पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया का टेस्ट में प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है. बुधवार को टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ी. साउथ अफ्रीका ने भारत को 408 रन से हरा दिया. साल में दूसरी बार ऐसा हो रहा है जब घर पर टीम को व्हाइटवॉश का सामना करना पड़ा है. ऐसे में अब टीम इंडिया का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना बेहद मुश्किल हो चुका है.
श्रीलंका के खिलाफ है अगली सीरीज
भारत के स्टैंड-इन कप्तान ऋषभ पंत ने माना कि टीम को बहुत सुधार करना होगा. लेकिन कोच गौतम गंभीर ने अपने तरीकों का बचाव किया. लेकिन घर पर टीम इंडिया बेहद कमजोर दिख रही है. अगर जल्दी बड़ा बदलाव नहीं किया तो नुकसान और बढ़ जाएगा. खुशी की बात है कि गंभीर और बीसीसीआई के लिए अभी बहुत समय है. भारत अगला टेस्ट मैच अगस्त 2026 में श्रीलंका दौरे पर खेलेगा, वो भी सिर्फ दो मैचों की सीरीज. उसके बाद अक्टूबर-नवंबर 2026 में न्यूजीलैंड के खिलाफ विदेश में दो टेस्ट और खेलने हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी है टक्कर
भारत में अगली टेस्ट सीरीज जनवरी-फरवरी 2027 में होगी. उस समय ऑस्ट्रेलिया पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए आएगा. ऑस्ट्रेलिया ट्रॉफी बचाना चाहेगा और 2004-05 के बाद भारत में पहली टेस्ट सीरीज जीतना चाहेगा. फिलहाल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत नौ मैचों में चार हार के बाद पांचवें स्थान पर है.
जब गंभीर से पूछा गया कि टेस्ट क्रिकेट में टीम कैसे बेहतर हो सकती है, तो उन्होंने कहा कि, सबसे पहले इसे प्राथमिकता देनी होगी. टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता दो, अगर हम सच में इसे बचाना चाहते हैं. सभी लोग इसमें हिस्सेदार बनें. अगर भारत में टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखना है तो सबको मिलकर मेहनत करनी होगी. सिर्फ खिलाड़ियों या सपोर्ट स्टाफ को दोष देना ठीक नहीं. बातें छुपाई नहीं जा सकतीं. व्हाइट बॉल क्रिकेट में रन बन गए और लाल गेंद की तैयारी भूल गए. ऐसा कभी नहीं होना चाहिए. टेस्ट क्रिकेट के लिए अलग स्किल चाहिए. सबसे जरूरी है मजबूत दिल वाले खिलाड़ी. सबसे ज्यादा टैलेंट या चमक-दमक वाले खिलाड़ी की जरूरत नहीं, सीमित स्किल वाले लेकिन कठोर खिलाड़ी चाहिए जो किसी भी हालात में जीत दिला सकें.”

