'जमीन पर रहो और ऐसा कुछ मत कहो कि... ', साउथ अफ्रीकी कोच के 'गिड़गिड़ाने' वाले बड़बोलेपन बयान से कुंबले और पुजारा हैरान

'जमीन पर रहो और ऐसा कुछ मत कहो कि... ', साउथ अफ्रीकी कोच के 'गिड़गिड़ाने' वाले बड़बोलेपन बयान से कुंबले और पुजारा हैरान
अनिल कुंबले

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शुकरी कॉनराड ने कहा था कि वह टीम इंडिया को गिड़गिड़ाते हुए देखना चाहते थे.

कुंबले और पुजारा को कॉनराड से ऐसे कमेंट की उम्मीद नहीं थी.

साउथ अफ्रीका के हेड कोच शुकरी कॉनराड ने गुवाहाटी में दूसरे टेस्ट के चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद भारत को लेकर जो कहा, उस पर बहस छिड़ गई है. साउथ अफ्रीका ने भारत को 500 से ज़्यादा रन का टारगेट दिया तो कॉनराड ने कहा कि वह चाहते थे कि टीम 'गिड़गिड़ाए'. इस बात ने भारतीय क्रिकेट जगत को चौंका दिया.अनिल कुंबले और चेतेश्वर पुजारा जैसे महान खिलाड़ियों ने माना कि उन्हें कॉनराड से ऐसे कमेंट की उम्मीद नहीं थी.

वेस्ट इंडीज का दिया उदाहरण

भारत के महान स्प‍िनर कुंबले ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि साउथ अफ्रीका जैसी टीम अच्छे प्रदर्शन के बाद भी जमीन से जुड़ी रहेगी. उन्‍हें भारत के खिलाफ ऐतिहासिक जीत की कगार पर पहुंची साउथ अफ्रीकी टीम से विनम्र रहने की उम्मीद थी. उन्होंने कहा कि इससे इतिहास जुड़ा है. 50 साल पहले इंग्लैंड के एक कप्तान ने वेस्ट इंडीज टीम के खिलाफ यही बात कही थी और हम सब जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ. साउथ अफ्रीका ने शायद सीरीज जीत ली होगी, लेकिन जब आप टॉप पर होते हैं, तो आपके शब्दों का चुनाव मायने रखता है. ऐसे समय में विनम्रता सबसे जरूरी होती है. मुझे कोच या सपोर्ट स्टाफ से इसकी बिल्कुल उम्मीद नहीं थी. जब आप जीत रहे होते हैं, तो सबसे पहली बात विनम्र रहना है, प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसा कुछ नहीं कहना है.

बातों से नहीं, बैट से जवाब

5वें दिन के खेल से पहले पुजारा को उम्मीद थी कि इस तरह की बात से भारतीय टीम में जोश भर जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे टीम में जोश तो आता है, लेकिन इससे नुकसान भी होगा. मुझे नहीं लगता कि ड्रेसिंग रूम में यह बात अच्छी लगेगी, लेकिन इसका जवाब देने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसका डटकर सामना किया जाए. तीन सेशन बैटिंग की जाए, पार्टनरशिप बनाई जाए. हम इस हालत में इसलिए हैं क्योंकि हमने अच्छा क्रिकेट नहीं खेला है और जवाब बैट से आना चाहिए, बातों से नहीं.