भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले टेस्ट में तीन दिन में हार के बाद कोलकाता में ही रहकर प्रैक्टिस शुरू कर दी. इसके तहत 18 नवंबर को ऑप्शनल ट्रेनिंग हुई जिसमें छह खिलाड़ी शामिल हुए. भारतीय टीम ने इस प्रैक्टिस सेशन में एक ऐसे बॉलर को बुलाया जो दोनों हाथ से स्पिन बॉलिंग करता है. इस खिलाड़ी का नाम है कौशिक मैती. वह बंगाल की ओर से घरेलू क्रिकेट में लिस्ट ए और टी20 क्रिकेट खेल चुके हैं. मैती ने बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ऑफ स्पिन बॉलिंग से प्रैक्टिस कराई तो दाएं हाथ के बल्लेबाजों को लेफ्ट आर्म स्पिन बॉलिंग की.
भारतीय बल्लेबाजों को कोलकाता टेस्ट के दौरान साउथ अफ्रीका के स्पिनर्स साइमन हार्मर और केशव महाराज ने काफी परेशान किया था. दोनों ने भारतीय बैटिंग ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया था. इन दोनों का सामना करने के लिए भारतीय बल्लेबाजों को तैयार करने के लिए मैती को बुलाया गया. उन्होंने साई सुदर्शन, वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, देवदत्त पडिक्कल और ध्रुव जुरेल को बॉलिंग की.
26 साल के मैती ने टीम इंडिया के बल्लेबाजों को प्रैक्टिस कराने पर कहा, 'भारतीय टीम के नेट्स में पहली बार शामिल हुआ. हालांकि मैं आईपीएल नेट्स में कई फ्रेंचाइज के लिए ईडन गार्डन्स में बॉलिंग कर चुका हूं. आज मैंने साई सुदर्शन, वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा और देवदत्त पडिक्कल को ऑफ ब्रेक बॉलिंग की. फिर ध्रुव जुरेल को लेफ्ट आर्म स्पिन बॉलिंग की.'
मैती ने बताया कि हेड कोच गौतम गंभीर या बॉलिंग कोच मॉर्ने मॉर्केल ने उन्हें बॉलिंग को लेकर कोई विशेष निर्देश नहीं दिए. उन्होंने कहा, 'मैं जिस तरह की गेंदबाजी करना चाहता था उसी पर ध्यान दिया. भारतीय खिलाड़ियों या कोचेज ने मुझसे किसी खास जगह पर बॉलिंग करने को नहीं कहा. विश्वस्तरीय खिलाड़ियों को गेंदबाजी करना मेरे लिए सीखने वाला अनुभव रहा.'

