'नाक रगड़वाना चाहते थे', क्या साउथ अफ्रीकी कोच ने किया भारत का अपमान? टीम इंडिया को दी खुली चुनौती

'नाक रगड़वाना चाहते थे', क्या साउथ अफ्रीकी कोच ने किया भारत का अपमान? टीम इंडिया को दी खुली चुनौती
साउथ अफ्रीकी कोच शुकरी कॉनरॉड

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साउथ अफ्रीका के कोच ने भारत का अपमान किया है

अफ्रीकी कोच ने कहा कि हम भारत को रगड़ना चाहते हैं

भारत में किसी भी टीम के लिए टेस्ट मैच जीतना बेहद मुश्किल होता है. लेकिन पिछले साल से ये सबकुछ बदल गया. गौतम गंभीर टीम के हेड कोच बने और न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम ने घर पर सीरीज खेली लेकिन टीम को व्हाइटवॉश का सामना करना पड़ा. और अब साउथ अफ्रीका के खिलाफ वर्तमान में चल रही सीरीज में भी भारतीय टीम का यही हाल है. भारतीय टीम सीरीज गंवाने की दहलीज पर है लेकिन लाज बचाने के लिए गुवाहाटी टेस्ट खेल रही है. इस बीच साउथ अफ्रीका के हेड कोच ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे साफ पता चल रहा है कि उन्होंने टीम इंडिया का अपमान किया है.

शुकरी कॉनरॉड के बयान पर हंगामा

बता दें कि, मंगलवार को साउथ अफ्रीका के कोच शुकरी कॉनरॉड ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के घाव पर नमक छिड़कने का कोई मौका नहीं छोड़ा. बात करते-करते वो हंसे और बोले, “ये शब्द मैं उधार ले रहा हूं.”उन्होंने कहा, “हम चाहते थे कि भारत वाले जितना हो सके उतना वक्त मैदान में पैरों पर खड़े रहें. हम उन्हें पूरी तरह से रगड़ना चाहते थे. हां, रगड़ना ही सही शब्द है. उन्हें खेल से ही बाहर कर दें और फिर कहें कि चलो आखिरी दिन और आज शाम के एक घंटे तक बच के दिखाओ.”

अफ्रीकी टीम जीत की ओर

बता दें कि, पहली पारी में 188 रन की बढ़त होने के बावजूद साउथ अफ्रीका ने दोबारा बल्लेबाजी की और 260/5 बनाकर ही पारी घोषित की. अब उनके पास भारत को आउट करने के लिए सिर्फ पांच सेशन बचे हैं, तभी सीरीज 2-0 से जीत सकते हैं. चौथे दिन के आखिरी सेशन में ही उन्होंने भारत के दो विकेट निकाल लिए. अब 522 रन का पहाड़ सा लक्ष्य है, 90 ओवर बाकी हैं और उन्हें आठ विकेट चाहिए. भारत अगर जीत गया तो बड़ा चमत्कार होगा. ड्रॉ भी हो गया तो सीरीज साउथ अफ्रीका की झोली में होगी .

क्या होता है ग्रोवल शब्द का मतलब?

बता दें कि, साधारण शब्दों में कहें तो इसका मतलब होता है “पेट के बल जमीन पर लेट जाना” या “सर झुकाकर बहुत आदर से पेश आना”.