साउथ अफ्रीका ने 15 साल से भारत में नहीं जीता एक भी टेस्ट, फिर भी गेंदबाज ने दी शुभमन गिल को खुली चेतावनी, कहा- टीम इंडिया को हराने के लिए तो...

साउथ अफ्रीका ने 15 साल से भारत में नहीं जीता एक भी टेस्ट, फिर भी गेंदबाज ने दी शुभमन गिल को खुली चेतावनी, कहा- टीम इंडिया को हराने के लिए तो...

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भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 14 नवंबर से पहला टेस्ट मैच .

साउथ अफ्रीका 15 साल से भारत में कोई टेस्ट मैच नहीं जीती.

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 14 नवंबर से दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी. सीरीज का पहला मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डंस में खेला जाएगा. साउथ अफ्रीका की टीम 15 साल के बाद भारत में कोई टेस्ट जीतने के  इरादे से मैदान पर उतरेगी. साउथ अफ्रीका ने 15 साल से भारत में कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है. इसके बादवजूद टीम के स्टार स्पिनर केशव महाराज ने भारतीय टीम को खुली चुनौती दी है. उन्होंने इसे अपने सबसे कठिन दौरों में से एक करार देते हुए कहा कि आगामी सीरीज में जीत का इंतजार खत्म करने के लिए वास्तव में उनकी टीम बहुत बेताब है.

15 साल पहले मिली थी जीत 

उन्होंने कहा कि हमने उपमहाद्वीप के अन्य हिस्सों में जीत हासिल करना शुरू कर दिया है और वास्तव में भारत में जीत हासिल करने के लिए हमारी टीम के अंदर तेज भूख और इच्छा है. साउथ अफ्रीका ने हाल के सालों में टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उसकी टीम को भारत में अपनी पिछली दो सीरीज 2015 और 2019 में कोई सफलता नहीं मिली.साउथ अफ्रीका को भारत में पिछली टेस्ट जीत 2009-2010 में मिली थी. 

पिच  पर क्या बोले केशव महाराज?

महाराज का यह भी मानना ​​है कि यहां के क्यूरेटर सीरीज में स्पिन के अनुकूल पिचें उपलब्ध कराने की संभावना नहीं रखते, जैसा कि हाल ही में पाकिस्तान में हुआ था, जहां दक्षिण अफ्रीका ने पहला मैच हारने के बाद अपने स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन से सीरीज बराबर कराई थी. इस बाएं हाथ के स्पिनर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यहां की परिस्थितियां स्पिनरों के लिए उतनी अनुकूल होंगी जितनी हमने पाकिस्तान में देखी थी. मुझे लगता है कि विकेट अच्छे होंगे, जिनसे खेल आगे बढ़ने के साथ स्पिन गेंदबाजों को भी मदद मिलेगी. जैसा कि हम देख रहे हैं भारत को शायद पारंपरिक टेस्ट विकेट अधिक पसंद आएगा. 

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अगर आपने वेस्टइंडीज़ और भारत के बीच सीरीज को देखा है तो आपको पता चलेगा कि उस सीरीज के लिए अच्छे विकेट तैयार किए गए थे और मैच चौथे और पांचवें दिन तक चले. इसलिए मेरा मानना ​​है कि विकेट के मामले में नजरिया बदल रहा है.