टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर के रोल को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है. इस बार भी कुछ ऐसा ही हो रहा है जब भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज खेल रही है. युवा खिलाड़ी 50 ओवर फॉर्मेट में ढलने के लिए खूब मेहनत कर रहा है. वहीं टीम मैनेजमेंट भी बार बार ये कह रहा है कि वो हमारे प्लान का हिस्सा हैं. इस बीच असिस्टेंट कोच रयान टेन डसखाटे ने सुंदर के रोल को लेकर बड़ा बयान दिया है.
नेट्स में कोच की थी नजर
बता दें कि भारत को अगला वनडे विशाखापट्टनम में खेलना है. ऐसे में सुंदर को नेट्स में गौतम गंभीर और बैटिंग कोच सितांशु कोटक काफी फोकस से देख रहे थे. सुंदर ने लोकल पेसर्स और स्पिनर्स का सामना किया. ऐसे में तीसरे वनडे से पहले असिस्टेंट कोच रयान टेन डसखाटे ने वॉशिंगटन सुंदर के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने कहा, “बल्ले से वॉशिंगटन अभी सीख रहे हैं. आखिरी ओवरों में बल्लेबाजी करना अपने आप में एक खास काम है. वो खुद जानते हैं कि क्या सुधारना है और लगातार मेहनत कर रहे हैं.”
क्या बोले असिस्टेंट कोच?
गेंदबाजी की बात आई तो कोच ने बताया कि इस साल सुंदर को सिर्फ पांच वनडे में मौका मिला और पूरे दस ओवर सिर्फ एक बार फेंके. वजह फॉर्म नहीं, बल्कि मैच-अप है. रयान बोले, “फिंगर स्पिनर के तौर पर सही बल्लेबाज मिलना जरूरी होता है. हमारे पास जडेजा और कुलदीप भी हैं. कई बार हम बीस ओवर से ज्यादा स्पिन नहीं करवाते. वॉशिंगटन छठे गेंदबाज के रोल में हैं, इसलिए ओवर कम मिलते हैं.”
फिर भी टीम को भरोसा है कि सुंदर का कॉन्फिडेंस बिल्कुल ठीक है. कोच ने कहा, “उनके हौसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा. पिछले 12-16 महीनों में उन्होंने बहुत अच्छा खेल दिखाया है. पिछले दो मैचों में भी उन्होंने हार नहीं मानी.” फिलहाल सुंदर को फिनिशर और जरूरत के हिसाब से गेंदबाज बनाने की कोशिश चल रही है. बता दें कि, टीम को पूरा यकीन है कि आने वाले दिनों में वो वनडे का अहम हथियार बन जाएंगे. शनिवार का मैच उनके लिए भी बड़ा मौका है.

