भारत और साउथ अफ्रीका के बीच लखनऊ में चौथा T20I मैच बहुत ज़्यादा कोहरे की वजह से एक भी गेंद फेंके बिना रद्द कर दिया गया. क्रिकेट इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ, जब कोहरे की वजह से किसी इंटरनेशनल मैच को एक भी गेंद फेंके बिना रद्द करना पड़ा. इससे पहले साल 1998 में पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच टेस्ट मैच कोहरे की वजह से नहीं हो पाया था.
स्टेडियम ही नहीं आए खिलाड़ी
ज़्यादातर खिलाड़ी तो स्टेडियम ही नहीं आए. चौथे दिन अंपायरों ने मैच रद्द कर दिया. हालांकि कुछ कमेंटेटर्स को लगा कि यह फैसला जल्दबाजी में लिया गया, क्योंकि दोपहर तक हालात बेहतर हो गए थे. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की भी आलोचना हुई, क्योंकि उसने फैसलाबाद में टेस्ट मैच रखा था, जहां दिसंबर में कोहरा पड़ना आम बात थी, लेकिन ज़िम्बाब्वे के लिए अच्छी बात यह थी कि रद्द हुए टेस्ट मैच की वजह से उन्होंने 15 कोशिशों के बाद अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीती थी.
पॉलिसी बदलाव का संकेत
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच लखनऊ टी20 मैच बुधवार को शाम 7 बजे शुरू होना था, लेकिन छह बार इंस्पेक्शन के बाद रात 9:30 बजे इसे रद्द कर दिया गया. मैच को आधिकारिक तौर पर "बहुत ज़्यादा कोहरे" की वजह से रद्द कर दिया गया. हालांकि वहां असलियत में स्मॉग थी, जिससे विजिबिलिटी बहुत कम हो गई थी. बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने गंभीरता को स्वीकार करते हुए पॉलिसी बदलाव का संकेत दिया. उन्होंने कहा कि BCCI को सर्दियों की शेड्यूलिंग पर फिर से सोचना होगा और नॉर्थ इंडिया में मैच बंद करने होंगे. उन्होंने आगे कहा कि एयर पॉल्यूशन को अब सिर्फ एक मामूली परेशानी के तौर पर नहीं देखा जा सकता. यह एक इमरजेंसी है.

