मशहूर फिल्म डायरेक्टर और प्रडूसर विधु विनोद चोपड़ा जिनकी फिल्म 12th फेल ने जिस तरह से साल 2024 में बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाई उसी तरह से उनके बेटे अग्नि चोपड़ा ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में कमाल किया हुआ है. वे प्लेट ग्रुप में शामिल मिजोरम टीम का हिस्सा हैं और इस सीजन तीन मैच में तीन शतक लगा चुके हैं जिनमें से दो दोहरे शतक हैं. उन्होंने इस साल की शुरुआत में ही रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया था और तब से शतकों की झड़ी लगाए हुए हैं. नौ फर्स्ट क्लास मैच में दो डबल सेंचुरी सहित आठ शतक उनके नाम हैं. साथ ही चार अर्धशतक भी उनके बल्ले से आ चुके हैं. उनके 99.06 की औसत से कुल 1585 रन हैं.
अग्नि वर्तमान में रणजी ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. वे पांच पारियों में 161.50 की औसत से 646 रन बना चुके हैं. उनके बाद जिस बल्लेबाज का नाम है उसने 449 रन बनाए हैं. पिछले सीजन को देखा जाए तब अग्नि ने 12 पारियों में 78.25 की औसत से 939 रन बनाए थे. उनके बाद तन्मय अग्रवाल थे जिन्होंने आठ पारियों में 95.62 की औसत से 765 रन बनाए थे.
अग्नि ने जूनियर क्रिकेट में मुंबई के लिए किया था कमाल
अग्नि पिछले साल ही मिजोरम क्रिकेट टीम का हिस्सा बने थे. इससे पहले वे मुंबई की तरफ से खेला करते थे. यहां पर वे अंडर 19 और अंडर 23 मुंबई टीम में शामिल रहे. अंडर 23 में तो वे कप्तानी भी संभाल रहे थे. 2019-20 सीके नायडू ट्रॉफी में 760 रन के साथ वह मुंबई के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. लेकिन कोच के कहने पर मिजोरम शिफ्ट हुए. कोच का कहना था कि बाहर जाने से खेलने के बहुत मौके मिलेंगे. मुंबई में ऐसा होना मुश्किल है. साथ ही जूनियर लेवल पर लगातार रन बनाने के बाद भी उन्हें मुंबई सीनियर टीम में जगह नहीं मिल रही थी.
अग्नि ने मिजोरम शिफ्ट होने के बारे में दी इंडियन एक्सप्रेस से कहा था, 'जुलाई (2023) में मिजोरम ने नेशनल क्रिकेट एकेडमी में ट्रायल रखे थे. मैं ट्रायल के लिए गया और लकी रहा कि चुन लिया गया. अपने शहर को छोड़ना मुश्किल था लेकिन लिस्ट ए और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में खेलने के लिए सबसे अच्छा यही मौका था.'
अग्नि ने पहले ही रणजी सीजन में उड़ाए 5 शतक
अग्नि ने मिजोरम के लिए डेब्यू करने के बाद पहले ही रणजी सीजन में लगातार चार समेत कुल पांच शतक लगाए थे. लेकिन वे इस बात को भी जानते हैं कि प्लेट ग्रुप में रन बनाने से उनके करियर को ज्यादा फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा था, 'हां मैंने पांच शतक बनाए हैं लेकिन अगर हम एलिट के लिए क्वालीफाई नहीं करते हैं तो इनका कोई मतलब नहीं है. यही मेरा मकसद है.'
अग्नि ने क्रिकेट में करियर को ऊंचाई देने के लिए पिता का घर छोड़ दिया. वे शुभमन गिल के ट्रेनर खुशप्रीत सिंह औलख के साथ शिफ्ट हो गए. इसके जरिए वे अपने कंफर्ट जोन को खत्म करना चाहते थे. साथ ही पूरी तरह से क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहते थे. औलख ने कोलकाता नाइट राइडर्स की एकेडमी में गिल के साथ काम किया था और उनके खेल में सुधार कराया था.
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