आने वाले समय में अगर विराट कोहली, बाबर आजम, रोहित शर्मा, शाहीन अफरीदी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद रिजवान साथ में खेलते दिखाई दें तो अचंभा नहीं होना चाहिए. दोनों पड़ोसी देशों के क्रिकेटर एक साथ अफ्रो-एशिया कप में खेलते हुए नज़र आ सकते हैं. 2007 में आखिरी बार हुए अफ्रो-एशिया कप को फिर से शुरू करने की कवायद चल रही है. अफ्रीका क्रिकेट एसोसिएशन (ACA) ने इस दिशा में कदम उठाए हैं. 2 नवंबर को उसकी एजीएम हुई और इसमें दूसरे संगठनों के साथ मिलकर अंतरमहाद्वीपीय सीरीज की संभावनाओं को तलाशने पर काम करने का लक्ष्य रखा गया.
अफ्रो एशिया कप का आयोजन दो बार 2005 व 2007 में हुआ था. 2005 में साउथ अफ्रीका ने इसकी मेजबानी की थी और तब तीन मैच की सीरीज 1-1 से बराबर रही थी. 2007 में भारत में तीनों मैच खेले गए और एशिया इलेवन ने 3-0 से जीत हासिल की. 2009 में यह टूर्नामेंट केन्या में होना था लेकिन ऐसा नहीं हो सका. अब 17 साल बाद फिर से इसके आयोजन को लेकर चर्चा शुरू हुई है. अगर यह टूर्नामेंट होता है तो फैंस को भारत-पाकिस्तान के खिलाड़ियों को साथ में खेलते देखने का सुख मिलेगा.
अफ्रीका क्रिकेट ने क्या कहा
ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट में ACA के इंटरिम चेयरमैन टावेग्वा मुकुहलानी के हवाले से लिखा गया है, 'अफ्रो-एशिया कप क्रिकेट के अलावा संगठन के लिए बहुत जरूरी वित्तीय मदद भी लाता है और दोनों तरफ से बहुत मांग है. एशिया क्रिकेट काउंसिल में हमारी बात हुई है और अफ्रीकाई साथियों से भी, वे अफ्रो एशिया कप फिर से शुरू करना चाहते हैं.'
कौनसे भारत-पाक खिलाड़ी अफ्रो-एशिया कप में खेले हैं
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशियन क्रिकेट काउंसिल के पास अभी इस बारे में आधिकारिक संदेश नहीं पहुंचा है. साथ ही इनकी हालिया मीटिंग में भी कोई बातचीत नहीं हुई. 2005 और 2007 में जब यह अफ्रो-एशिया कप हुआ था तब एशिया इलेवन में इंजमाम उल हक, राहुल द्रविड़, आशीष नेहरा, अनिल कुम्बले, एमएस धोनी, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह, जहीर खान, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद युसूफ, शोएब अख्तर ने भारत-पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था.
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