विराट कोहली का विकेट लेने वाले हिमांशु सांगवान तो बच गए लेकिन दूसरा हिमांशु फैंस के हत्थे चढ़ गया, बोला-मैं क्रिकेट वाला नहीं हूं

विराट कोहली का विकेट लेने वाले हिमांशु सांगवान तो बच गए लेकिन दूसरा हिमांशु फैंस के हत्थे चढ़ गया, बोला-मैं क्रिकेट वाला नहीं हूं
विराट कोहली और हिमांशु सांगवान

Story Highlights:

विराट कोहली को हिमांशु सांगवान ने आउट किया

इस बीच फैंस ने गलत हिमांशु सांगवान को टारगेट किया

विराट कोहली साल 2012 के बाद पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए दिल्ली पहुंचे. इस दौरान अपने होम ग्राउंड यानी की अरुण जेटली स्टेडियम पर उन्होंने रेलवे के खिलाफ मुकाबला खेला. हालांकि फैंस उस वक्त निराश हो गए जब मैच के पहले दिन दिल्ली की टीम ने फील्डिंग का फैसला किया. लेकिन इस दौरान विराट को मैदान पर देखने के लिए 15,000 से ज्यादा लोग पहुंचे थे. जबकि दूसरे दिन कोहली की बैटिंग आई. हालांकि बीजीटी में फ्लॉप रहने वाला बल्लेबाज डोमेस्टिक में भी कुछ खास नहीं कर पाया और 15 गेंदों पर सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हो गया. रेलवे के पेसर हिमांशु सांगवान ने उनका विकेट लिया. ये विकेट इतना तगड़ा था जो विराट कोहली के फैंस को बुरी तरह चुभा. विराट कोहली क्लीन बोल्ड हो गए. 

फैंस ने की घटिया हरकत

हिमांशु ने जैसे ही विराट कोहली का विकेट लिया सोशल मीडिया पर फैंस उन्हें बुरी तरह टारगेट करने लगे. हालांकि इस दौरान फैंस को ये समझ नहीं आया कि वो गलत हिमांशु सांगवान को टारगेट कर रहे हैं. फैंस ने यहां रेलवे के गेंदबाज को नहीं बल्कि दिल्ली के एक शख्स को टारगेट करना शुरू कर दिया. इस बीच इस शख्स ने सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो भी डाली है जिसमें वो कह रहे हैं कि वो विराट कोहली को आउट करने वाले गेंदबाज नहीं हैं. 

इसके अलावा विराट कोहली के पूर्व साथी खिलाड़ी प्रदीप सांगवान को भी सोशल मीडिया पर लोगों ने गालियां दीं. इस बीच ये कहा जा रहा है कि रेलवे के गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने अपनी सोशल मीडिया आईडी पहले ही छुपा दी थी. हालांकि कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि गेंदबाज ने पहले से ही अपनी आईडी प्राइवेट रखी थी. 

कौन हैं हिमांशु सांगवान?

सांगवान कभी दिल्‍ली के लिए खेले थे, मगर आज उन्‍होंने दिल्‍ली को अपनी गेंदबाजी से परेशान कर दिया. 2014-15 सीजन में ऋषभ पंत के साथ अंडर-19 लेवल पर दिल्ली के लिए खेले थे, मगर इसके बाद वह दिल्‍ली क्रिकेट में अपने सफर को आगे नहीं बढ़ा पाए. इसके अगले साल उन्होंने हरियाणा में अपनी किस्मत आजमाई, मगर सफल नहीं हो सके. वह समय उनके लिए काफी मुश्किल रहा था.राजस्थान के झुंझुनू जिले में पले-बढ़े सांगवान ने तेज गेंदबाज बनने के अपने जुनून को पूरा करने के लिए घर तक छोड़ दिया था. इस मुश्किल समय में उनका परिवार उनकी ताकत बना. उनके पिता सुरेंद्र सिंह सांगवान एक बैंक मैनेजर हैं और मां भगवान रति टीचर हैं. 29 साल के सांगवान ने उत्‍तर प्रदेश के खिलाफ फर्स्‍ट क्‍लास क्रिकेट में डेब्‍यू किया था. दिल्‍ली के खिलाफ मुकाबले से पहले उनके नाम 23 फर्स्‍ट क्‍लास मैचों में 77 विकेट है.

ये भी पढ़ें: