भारत में जारी रणजी ट्रॉफी के मैच में मुंबई का सामना जम्मू एंड कश्मीर से हो रहा है. इस मुकाबले में मैदानी अंपायर के ड्रामे ने सभी को हैरानी में डाल दिया. मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे को आउट दिया गया तो वह मैदान से बाहर पवेलियन जा चुके थे जबकि शार्दुल ठाकुर बल्लेबाजी के लिए मैदान में आ चुके थे. तभी अंपायर ने रहाणे को बुलाया और फिर से बैटिंग करने को कहा तो हंगामा मच गया कि आखिर ऐसा क्या हुआ. इस पर थर्ड अंपायर और मैच रेफरी नितिन गोयल ने सफाई दी है.
अजिंक्य रहाणे के साथ क्या हुआ ?
मुंबई की टीम जब दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही थी. तभी 25वें ओवर में उमर नजीर जब गेंदबाजी कर रहे थे तो उनके सामने अजिंक्य रहाणे आउट होकर पवेलियन जा चुके थे. जबकि मैदानी अंपायर एस रवि और नवदीप सिंह सिद्धू ने उनको आउट दे दिया था. तभी ठाकुर जब मैदान में आने ही वाले थे तो उनको रुकने को कहा गया. जबकि रहाणे फिर से मैदान में आ गए तो सभी हैरान रह गए.
मैच रेफरी ने दी पूरी सफाई
क्रिकबज में छपी खबर के अनुसार रहाणे के वापस आने को लेकर जानकारी दी गई कि जिस बॉल पर वह आउट हुए थे. वो नो बॉल थी. जबकि ब्रॉडकास्टर जियो सिनेमा ने ये गेंद भी नहीं दिखाई. मैच रेफरी और थर्ड अंपायर की भूमिका निभाने वाले नितिन गोयल ने मामले को लेकर कहा,
जब मैंने वॉकी-टॉकी पर मैदानी अंपायर से बात करने की कोशिश की, तो अंपायर किसी दूसरे चैनल पर व्यस्त थे. इसलिए मैदानी अंपायर से बात करने में कुछ समय लग गया. रहाणे खुद स्क्रीन पर दिखाई दिए, जिससे पता चलता है कि उन्होंने अंपायर को प्रतीक्षा करने के लिए कहते हुए नहीं सुना. यह स्पष्ट रूप से नो बॉल थी और इसमें कोई संदेह नहीं था. मैं बीसीसीआई को इससे संबंधित फुटेज भेजूंगा.
133 रन से आगे मुंबई
वहीं रहाणे की बात करें तो जीवनदान मिलने के बावजूद वह कुछ ख़ास नहीं कर सके और 36 गेंद में 16 रन बनाकर चलते बने. उन्होंने तीन चौके जड़े. खबर लिखे जाने तक मुंबई की टीम ने दूसरी पारी में सात विकेट पर 219 रन बना लिए थे और उसने जम्मू एंड कश्मीर पर 133 रन की बढ़त हासिल कर ली थी.
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