अजिंक्य रहाणे भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं. वे आखिरी बार जुलाई 2023 में वेस्ट इंडीज दौरे पर टीम इंडिया का हिस्सा थे. अजिंक्य रहाणे ने बताया कि उन्हें जिस तरह से बाहर किया गया उससे बुरा महसूस हुआ. उन्हें लगा था कि कम से कम दो-तीन सीरीज उन्हें खेलने को मिलेगी. रहाणे ने टीम इंडिया से बाहर होने के बाद आईपीएल 2023 में शानदार खेल दिखाते हुए टीम इंडिया में जगह बनाई थी. इसके बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेले लेकिन रन नहीं आने के चलते फिर से बाहर कर दिए गए.
रहाणे अभी रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं और मुंबई के कप्तान हैं. उनके नेतृत्व में टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है. उन्होंने दी इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, 'मैंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया था और इसी वजह से फिर से बुलाया गया. जब एक अनुभवी खिलाड़ी वापसी करता है तो उसे लगता है कि दो से तीन सीरीज खेलने को मिलेगी. मुझे पता था कि साउथ अफ्रीका एक चुनौतीपूर्ण सीरीज होगी और मैं वापसी का इंतजार कर रहा था लेकिन मुझे नहीं चुना गया. मुझे बुरा लगा क्योंकि मैं लंबे समय से खेल रहा था.'
रहाणे बोले- सेलेक्टर्स ने कोई बात नहीं की
रहाणे ने कहा कि टीम इंडिया से बाहर किए जाने के बाद सेलेक्टर्स की उनसे कोई बात नहीं हुई. उन्होंने बताया, 'मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो जाए और पूछे कि मुझे क्यों निकाला. कोई बातचीत नहीं हुई. कई लोगों ने कहा कि जाओ और बात करो लेकिन कोई तभी बात कर सकता है जब दूसरा बात करने को तैयार हो. अगर वह तैयार नहीं है तो फिर झगड़ा करने का कोई फायदा नहीं. मैं आमने-सामने बात करना चाहता था. मैं कभी मैसेज नहीं किया. जब डब्ल्यूटीसी फाइनल के बाद मुझे निकाला गया तो अजीब लगा क्योंकि मैंने काफी मेहनत की थी. मुझे लगा कि मैं अगली सीरीज में खेलूंगा. किंतु-परंतु करने का कोई मतलब नहीं. मैं वही कर सकता हूं जो मेरे हाथ में है. मुझे ऐसा भरोसा है कि मैं टीम में वापसी कर सकता हूं.'