अजिंक्य रहाणे मुंबई के लिए घरेल क्रिकेट खेल रहे हैं और यहां कामयाबी के नए झंडे गाड़ रहे हैं. उनके नेतृत्व में टीम ने मार्च 2024 में रणजी ट्रॉफी जीती. अब अक्टूबर में ईरानी कप भी अपने नाम किया और घरेलू क्रिकेट में पूरी तरह से बादशाहत साबित कर दी. मुंबई ने रेस्ट ऑफ इंडिया को हराकर 27 साल बाद यह टूर्नामेंट जीता. इससे पहले आठ साल बाद रणजी विजेता बनने का गौरव हासिल किया. इन दोनों कमाल के बाद अजिंक्य रहाणे की कप्तान के रूप में साख मजबूत हुई है. यह खिलाड़ी पिछले साल वेस्ट इंडीज दौरे के बाद से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हैं. अभी उनकी वापसी होना मुश्किल है. लेकिन रहाणे खिलाड़ी के तौर पर क्रिकेट से दूर होने का नहीं सोच रहे.
36 साल के रहाणे ने ईरानी कप जीतने के बाद दी इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, 'जब तक मैं खेल रहा हूं मैं सही उदाहरण पेश करना चाहता हूं. यह ट्रॉफी सभी मुंबईकर, मैदान के सभी लोगों, क्लब क्रिकेटर्स के लिए है. मैं खेल को सही तरह से खेलना चाहता हूं और खेल को लेकर ईमानदार रहना चाहता हूं.'
रहाणे ने चार बॉलर्स से मैच जीतने पर क्या कहा
ईरानी कप में मुंबई को शार्दुल ठाकुर के बीमार होने से केवल चार गेंदबाजों के साथ ही खेलना पड़ा. लेकिन रहाणे ने इसका विपरीत असर नहीं पड़ने दिया. उन्होंने इस बारे में बताया, 'यह चुनौतीभरा था क्योंकि शार्दुल दिनभर नहीं था, एक टीम के तौर पर सेहत सबसे पहले आती है. चार गेंदबाजों के साथ मैनेज करना चुनौती थी लेकिन मुझे लगा कि एक टीम के रूप में हमने अच्छा किया.'
रहाणे का बतौर कप्तान कमाल का रिकॉर्ड
रहाणे का कप्तान के रूप में भारतीय टीम के साथ भी शानदार रिकॉर्ड रहा. उन्होंने छह टेस्ट में भारत की कप्तानी की और इनमें से चार जीते. 2021-22 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट में 36 रन पर निपटने के बाद जिस तरह से उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने वापसी की उसकी काफी तारीफ होती है.
रहाणे अभी बढ़िया फॉर्म में भी हैं. उन्होंने ईरानी कप की पहली पारी में 97 रन की पारी खेली थी. इससे पहले वे इंग्लैंड में लेस्टरशर के लिए काउंटी चैंपियनशिप में खेल रहे थे. यहां पर भी उन्होंने बढ़िया खेल दिखाया था. ग्लेमॉर्गन के खिलाफ उन्होंने शतक लगाया था. इससे पहले लिस्ट ए में उन्होंने लगातार दो मैचों में फिफ्टी ठोकी थी.