आकाश दीप ने बेन डकेट को आउट करने के बाद कंधे पर हाथ रखकर क्या कहा था, बॉलर ने खुद बताई अंदर की बात

आकाश दीप ने बेन डकेट को आउट करने के बाद कंधे पर हाथ रखकर क्या कहा था, बॉलर ने खुद बताई अंदर की बात
England's Ben Duckett (L) and India's Akash Deep in a conversation in this frame

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आकाश दीप ने दूसरे टेस्ट में कमाल की बॉलिंग की थी.

आकाश दीप और बेन डकेट के बीच आखिरी टेस्ट के दौरान स्लेजिंग देखने को मिली थी.

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैच की सीरीज के दौरान कई मौकों पर तनातनी देखने को मिली. दोनों टीमों की ओर से एक दूसरे पर छींटाकशी की गई. भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप और इंग्लिश ओपनर बेन डकेट के बीच भी स्लेजिंग हुई थी. भारतीय खिलाड़ी ने पांचवें टेस्ट के दौरान इंग्लिश बल्लेबाज को आउट करने के बाद कंधे पर हाथ रखकर कान में कुछ कहा था. इस घटना ने काफी ध्यान खींचा था. आकाश दीप की इंग्लिश मीडिया में काफी आलोचना हुई थी. अब भारतीय खिलाड़ी ने बताया कि उनके और डकेट के बीच क्या बात हुई थी.

आकाश ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए कहा, 'मैंने उसे चार-पांच बार आउट किया है. उस पारी में बल्लेबाजी के लिए आने से पहले उसने मुझसे कहा कि इस बार तुम मुझे आउट नहीं कर पाओगे. मैंने उसे आउट किया और फिर कहा, भाई, अब जाओ और आराम करो.'

आकाश दीप ने जो रूट के विकेट पर क्या कहा

 

आकाश ने इंग्लैंड दौरे पर बर्मिंघम टेस्ट में जो रूट को कमाल की गेंद पर आउट किया था. तब उन्होंने पहले गुड लैंथ पर गेंद पटकी और उसे अंदर की तरफ मूव कराया. अगली गेंद को उसी जगह पर पटका लेकिन इस बार वह बाहर की तरफ निकली और रूट के बल्ले को छकाते हुए ऑफ स्टंप उड़ा ले गई. इस बारे में आकाश ने कहा कि उस विकेट को उन्होंने बार-बार देखा था. जिस तरह से उन्हें आउट करने के लिए जाल फेंका उसी तरह से विकेट मिलने पर काफी खुशी हुई.

आकाश दीप ने अपनी बैटिंग पर क्या बताया

 

आकाश ने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में 13 विकेट लिए. साथ ही दी ओवल में खेले गए आखिरी टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में नाइट वॉचमैन के रूप में जाकर अर्धशतक लगाया. उन्होंने 66 रन की साझेदारी करते हुए यशस्वी जायसवाल के साथ तीसरे विकेट के लिए 107 रन की साझेदारी की. आखिर में यह रन काफी अहम साबित हुए. बल्लेबाजी को लेकर आकाश ने कहा, 'हर कोई मुझसे उम्मीद करता है कि बल्ले से योगदान दूं लेकिन हर बार ऐसा नहीं कर पाया. उस पारी से मैंने काफी कुछ सीखा. इसने मुझे सिखाया कि बैटिंग को हल्के में नहीं लेना चाहिए.'