अंबाती रायडू का सूर्यकुमार यादव के टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल में लिए कैच पर सनसनीखेज़ खुलासा, बोले- बाउंड्री की रस्सी पीछे की गई थी

अंबाती रायडू का सूर्यकुमार यादव के टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल में लिए कैच पर सनसनीखेज़ खुलासा, बोले- बाउंड्री की रस्सी पीछे की गई थी
अंबाती रायडू ने सूर्यकुमार यादव के 2024 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में लिए कैच पर कमेंट किया है.

Story Highlights:

सूर्यकुमार यादव ने टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में डेविड मिलर का कैच लिया था.

भारत ने साउथ अफ्रीका को हराकर 11 साल में पहली बार आईसीसी ट्रॉफी जीती थी.

भारत ने 2024 टी20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका को हराकर खिताब जीता था. बारबडोस में खेले गए मुकाबले में सूर्यकुमार यादव ने आखिरी ओवर में हार्दिक पंड्या की गेंद पर डेविड मिलर का बाउंड्री के पास हैरतअंगेज कैच लपका था. इस कैच ने भारत की जीत लगभग तय कर दी थी. इसके बाद भारत ने 11 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी जीतने में सफलता हासिल की थी. लेकिन सूर्या के कैच को लेकर काफी बातें कही गई थी. भारत के पूर्व क्रिकेटर अंबाती रायडू ने अब इस मामले को एक नया ही मोड़ दिया है. उन्होंने एक नया दावा किया है.

रायडू ने एक इंटरव्यू में कहा कि सूर्या ने जहां पर कैच लपका था वहां की बाउंड्री पीछे खिसकी हुई थी. इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई थी. उन्होंने शुभांकर मिश्रा से बातचीत में उस कैच को लेकर बताया, हुआ क्या था कि वर्ल्ड फीड कमेंटेटर्स ब्रेक के साथ कुर्सी लगाते हैं और उस पर स्क्रीन रखते हैं ताकि ब्रॉडकास्टर्स को दिखे कि क्या चल रहा है. इसके लिए उन्होंने रॉप (बाउंड्री रॉप) को पीछे किया. फिर उसे वैसे ही छोड़ दिया. इसलिए अपने (भारत) लिए बाउंड्री थोड़ी बड़ी हो गई. हम लोग ऊपर से यह सब देख रहे थे.

रायडू बोले- सब भगवान का खेल था

 

रायडू का बयान सुनकर एंकर दंग रह जाता है और वह बड़ी मुश्किल से अपनी हैरानी छुपा पाता है. रायडू आगे कहते हैं, वह भगवान का खेल था. वह सिक्स था या नहीं, यह नहीं पता. अगर रॉप अंदर होती तो सूर्या फिर अंदर से ही भागता. उस दिन भगवान सच में हमारे साथ थे. सब लोग बहुत खुश थे. कैच एकदम क्लीन था. उसमें न तो अपनी गलती है और न ही उनकी. आखिरकार तो भगवान और (जसप्रीत) बुमराह अपने साथ थे.

सूर्या ने अहम पलों में लिया था गजब का कैच

 

सूर्या ने 20वें ओवर की पहली गेंद पर डेविड मिलर का कैच सामने की बाउंड्री पर भागते हुए पकड़ा था. इस दौरान उन्होंने पहले कैच लपका और फिर उछाल दिया. वे संतुलन बनाने के लिए बाउंड्री में गए और वहां से वापस आकर कैच पकड़ लिया. तब साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 16 रन की दरकार थी. आखिर में टीम इंडिया को केवल सात रन से जीत मिली.