भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2023 को लेकर रार मची हुई है. बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने इस टूर्नामेंट को न्यूट्रल जगह पर कराने की बात कही थी. इससे पाकिस्तान बौखला गया. उसने एशियन क्रिकेट काउंसिल और वर्ल्ड कप 2023 से बाहर होने की धमकी दे दी. पाकिस्तान को एशिया कप की मेजबानी का अधिकार सौंपा गया है जिसका आयोजन भारत में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप से पहले अगले साल जून-जुलाई में होगा. इस साल श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण पिछले महीने वहां से टी20 एशिया कप को यूएई स्थानांतरित किया गया था. भारत में 2018 में होने वाले एशिया कप को भी यूएई में स्थानांतरित किया गया था क्योंकि बीसीसीआई पाकिस्तान की मेजबानी के लिए सरकारी सुरक्षा एजेंसियों से मंजूरी नहीं ले पाया था.
भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण सिर्फ एशियाई और आईसीसी प्रतियोगिताओं में ही एक-दूसरे के खिलाफ खेलते हैं. भारत ने पिछली बार 2008 में पाकिस्तान का दौरा किया था जबकि पाकिस्तान ने भारत में पिछली सीरीज 2012-13 में खेली थी. अगले महीने मेलबर्न में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के बोर्ड की बैठक में पीसीबी और बीसीसीआई अधिकारियों के बीच यह मुद्दा उठने की उम्मीद है. आईसीसी ने अब तक इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.
भारत-पाक नहीं खेले तो टूर्नामेंट बेमतलब!
क्रिकेट खेलने वाले एक एशियाई देश के शीर्ष अधिकारी ने उम्मीद जताई कि यह मामला सौहार्द पूर्ण तरीके से निपटा लिया जाएगा. उन्होंने साथ ही कहा कि भारत या पाकिस्तान के बिना एशिया कप नहीं हो सकता. अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘यह एशिया कप का सबसे बड़ा मुकाबला है और दोनों में से अगर कोई टीम नहीं खेलती तो फिर टूर्नामेंट का कोई मतलब नहीं है. काफी समय बचा है लेकिन उम्मीद करता हूं कि मामला सुलझा लिया जाएगा. बीसीसीआई अगर अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने के खिलाफ फैसला करता है तो तटस्थ स्थल सर्वश्रेष्ठ विकल्प है.’
पाकिस्तान इसलिए भी नाराज है क्योंकि शीर्ष देशों ने लंबे समय बाद यहां का दौरा शुरू किया. हालिया समय में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज जैसे सभी शीर्ष देश टेस्ट और सीमित ओवरों की सीरीज खेलने पाकिस्तान गए हैं. पीसीबी ने जय शाह के बयान पर कहा, ‘सितंबर 1983 में जिस भावना के साथ एशियाई क्रिकेट परिषद का गठन किया गया था यह उसके खिलाफ है- एक एकजुट एशियाई क्रिकेट संस्था जो अपने सदस्यों के हितों की रक्षा करेगी और एशिया में क्रिकेट का आयोजन, विकास करेगी और इसे बढ़ावा देगी.’
पाकिस्तान नहीं झुकेगा!
पीसीबी के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि इस बार बोर्ड बीसीसीआई के साथ कड़ा रुख अपनाने को तैयार है और मेलबर्न में बैठक के दौरान आईसीसी से संपर्क करेगा. एशिया कप के मामले का हल नहीं निकलने पर पीसीबी ने भारत में एकदिवसीय विश्व कप से हटने की धमकी भी दी है. सूत्र ने कहा, ‘यह कहना गलत होगा कि अगर भारत और पाकिस्तान एशिया या आईसीसी प्रतियोगिताओं में एक-दूसरे से नहीं खेलेंगे तो सिर्फ पाकिस्तान पर असर पड़ेगा. इस तरह के बहुप्रतीक्षित मुकाबले से आईसीसी को भी काफी राजस्व मिलता है अगर अगर यह नहीं होता है तो अन्य क्रिकेट देशों (एसोसिएट सदस्यों सहित) को भी नुकसान होगा.’
आईसीसी भारत और पाकिस्तान को वैश्विक प्रतियोगिताओं दौरान एक ही ग्रुप में रखता आया है और दोनों टीम के बीच होने वाले मैच के दौरान स्टेडियम तो दर्शकों से भरा ही होता है जबकि टेलीविजन पर भी रिकॉर्ड संख्या में दर्शक इस मुकाबले को देखते हैं. दोनों टीम आगामी टी20 विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत रविवार (23 अक्टूबर) को एक-दूसरे के खिलाफ खेलकर करेंगे.