क्या आपने कभी केलों का बिल 35 लाख या पानी का बिल 22 लाख सुना है? अगर नहीं सुना तो अब सुन लीजिए. मामला है उत्तराखंड क्रिकेट ऐसोसिएशन(UCA) का, जहां उसके अधिकारियों ने यह सारे बिल दिखाए हैं. सिर्फ इतना ही नहीं उन पर खिलाड़ियों का भुगतान ना करने का भी आरोप है. साथ ही पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर के पिता ने उनके बेटे को जान से मारने की धमकी देने की एफआईआर भी अधिकारियों के खिलाफ करवाई है.
ऑडिट रिपोर्ट में दिखाया खर्चा, खिलाड़ियों तक नहीं पहुंचे रुपये
उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन की ऑडिट रिपोर्ट में अधिकारियों के जरिए करीब 1.74 करोड़ रुपये का खर्चा दिखाया गया है. वहीं खिलाड़ियों का आरोप है उनके पास कोई धनराशि नहीं आई है. इन 1.74 करोड़ में से करीब 35 लाख रुपये केले, 22 लाख रुपये पानी का बिल तो वहीं 49 लाख रुपये खिलाड़ियों के दैनिक भत्ते पर खर्च. लेकिन वहीं अगर खिलाड़ियों की सुनें तो उन्होंने बताया कि उन्हें डीए के तौर सिर्फ 100 रुपये रोजाना मिलते थे जबकि न्यूनतम डीए 1500 रुपए रोजाना का है. साथ ही क्रिकेटर रॉबिन बिष्ट ने एक बातचीत में बताया कि रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल से पहले ऐसोसिएशन ने खिलाड़ियों के लिए लंच का प्रबंध तक नहीं कराया था और उनसे ऑनलाइन खाना मंगवाने के लिए कहा गया. साथ ही उन्होंने बताया कि होटल से एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए बस का इंतजाम UCA ने नहीं करवाया था.
पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर के पिता ने दर्ज कराई FIR
पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर आर्या सेठी के पिता वीरेंद्र सेठी ने टीम के सपोर्ट स्टाफ के खिलाफ देहरादून के वसंत विहार पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 120बी(आपराधिक साजिश), 323(जानबूझ कर किसी को चोट पहुंचाना), 384(जबरदस्ती वसूली), 504(जानबूझ कर किसी को अपमानित करना), और 506(धमकाना) के तहत FIR दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाए हैं कि टीम के कोच मनीष झा, टीम मैनेजर नवनीत मिश्रा और वीडियो ऐनेलिस्ट पियुश रघुवंशी ने पिछले साल विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी. साथ ही उन्होंने ऐसोसिएशन के सचिव महिम वर्मा पर सेलेक्शन के लिए 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप भी लगाया है. इसके साथ निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने भी UCA पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. इस मामले में पिछले तीन दिनों से सचिव महिम वर्मा से लगातार पूछ्ताछ जारी है.