भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य स्पॉन्सर की तलाश शुरू कर दी. 2 सितंबर को इस संबंध में विज्ञापन जारी किया गया. ड्रीम11 के हटने के बाद भारतीय टीम के लिए स्पॉन्सर ढूंढ़ा जा रहा है. हालांकि एशिया कप में टीम इंडिया को बिना स्पॉन्सर ही खेलना होगा. बीसीसीआई ने जो विज्ञापन जारी किया है उसमें 2 सितंबर से 12 सितंबर की अवधि मेंएक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट दस्तावेज खरीदे जा सकते हैं. 16 सितंबर स्पॉन्सर बनने की रुचि दिखाने वाली कंपनियों के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट दस्तावेज जमा कराने की आखिरी तारीख होगी.
सितंबर 2025 के अंत तक ही भारतीय क्रिकेट टीम को नया स्पॉन्सर मिल सकेगा. एशिया कप 2025 9 सितंबर से शुरू होना और 28 सितंबर को उसका फाइनल है. माना जा रहा है कि अक्टूबर में वेस्ट इंडीज के साथ टेस्ट सीरीज से भारतीय टीम के नए स्पॉन्सर की शुरुआत हो सकती है.
इस तरह की कंपनियां नहीं कर पाएंगी अप्लाई
बीसीसीआई ने यह भी साफ कर दिया कि कौनसी कंपनियां स्पॉन्सरशिप के लिए अप्लाई नहीं कर सकती. बोर्ड ने ऑनलाइन पैसे लेकर गेम खिलाने वाली, सट्टेबाजी, क्रिप्टोकरेंसी और एल्कोहॉल व तंबाकू कंपनियों को इस प्रक्रिया से दूर रहने को कहा गया है. इस तरह की कंपनियां अगर एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट दस्तावेज खरीद लेती है तब भी उन्हें स्पॉन्सर नहीं बनाया जाएगा. बीसीसीआई ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट दस्तावेज के लिए पांच लाख रुपये (बिना जीएसटी) की नॉन रिफंडेबल फीस तय की है.
बीसीसीआई ने नहीं बताई स्पॉन्सरशिप की अवधि
बीसीसीआई का कहना है कि जिन कंपनियों का पिछले तीन साल का टर्नओवर या नेटवर्थ 300 करोड़ रुपये से ऊपर होगी वे ही स्पॉन्सर बनाई जा सकती है. बोर्ड ने हालांकि यह नहीं बताया कि टीम स्पॉन्सर कितने साल के लिए दी जाएगी. ड्रीम11 ने 2023 में कॉन्ट्रेक्ट साइन किया था और उसका करार तीन साल के लिए था. उसने 358 करोड़ रुपये में स्पॉन्सरशिप हासिल की थी. हालांकि केंद्र सरकार के पैसे लेकन गेम खिलाने वाली कंपनियों पर रोक लगाने वाला बिल लाने और इसके संसद में पास होने के बाद ड्रीम11 को एक साल पहले ही हटना पड़ा.