दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की तिजोरी पर मैदान के बाहर की उथल-पुथल का कोई असर नहीं पड़ा है. बोर्ड ने एक बार फिर दिखा दिया है कि उसकी फाइनेंशियल ताकत का कोई मुकाबला नहीं है. Dream11 जैसे बड़े स्पॉन्सर के अचानक चले जाने के बावजूद बोर्ड की फाइनेंशियल ताकत कम नहीं हुई है.
एक साल बाकी रहते करार खत्म
दरअसल कुछ समय पहले भारत सरकार ने ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन और रेगुलेशन एक्ट 2025 पास किया था. जिसके बाद अगस्त में Dream11 ने 358 करोड़ रुपये की अपनी स्पॉन्सरशिप डील वापस ले ली. इस कानून ने भारत में रियल-मनी गेमिंग पर बैन लगा दिया, जिससे Dream11 के मुख्य बिजनेस पर सीधा असर पड़ा और फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म को टीम इंडिया के टाइटल स्पॉन्सर के तौर पर अपनी भूमिका से पीछे हटना पड़ा. जबकि यह डील 2023 से 2026 तक के लिए थी, मगर बीसीसीआई और ड्रीम 11 के बीच करार एक साल बाकी रहते ही खत्म हो गया.
3358 करोड़ का सरप्लस
उस झटके और ICC इवेंट्स से रेवेन्यू में कम हिस्सेदारी के बावजूद BCCI की फाइनेंसियल हालत मज़बूत बनी रही. पूर्व कोषाध्यक्ष और मौजूदा जॉइंट सेक्रेटरी प्रभतेज सिंह भाटिया ने 2025 से 2026 फाइनेंशियल ईयर के लिए बोर्ड का ड्राफ्ट बजट पेश किया, साथ ही 2024 से 2025 के ऑडिटेड अकाउंट्स भी पेश किए. जिसके अनुसार BCCI का जनरल फंड 7,988 करोड़ रुपये से बढ़कर 11,346 करोड़ रुपये हो गया, जिससे 3,358 करोड़ रुपये का सरप्लस हुआ.
8693 करोड़ की इनकम का अनुमान
बोर्ड ने 2025 से 2026 फाइनेंशियल ईयर के लिए 8,693 करोड़ रुपये की इनकम का अनुमान लगाया है. हालांकि यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में ICC रेवेन्यू में गिरावट के कारण थोड़ा कम है, लेकिन यह बढ़ती हुई इंटरेस्ट इनकम से सपोर्टेड है.

