बड़ी खबर: फिक्सिंग से फिर शर्मसार हुआ क्रिकेट, 200 वनडे खेलने वाले बल्‍लेबाज ने लाखों रुपये में किया सौदा, ये भारतीय शामिल

बड़ी खबर: फिक्सिंग से फिर शर्मसार हुआ क्रिकेट, 200 वनडे खेलने वाले बल्‍लेबाज ने लाखों रुपये में किया सौदा, ये भारतीय शामिल

नई दिल्ली। ज़िम्बाब्वे के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर ने विस्फोटक खुलासा किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि साल 2019 में उन्हें कुछ भारतीय कारोबारियों ने बुलाकर जबरदस्ती पहले कोकीन का सेवन करने पर मजबूर किया और उसके बाद उन्हें स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए ब्लैकमेल भी किया. जिसके चलते पिछले दो सालों से कोरोना के बीच वह अपने निजी जीवन में मानसिक, शारीरिक और सामाजिक तौर पर काफी परेशान चल रहे थे. टेलर ने ट्वीटर पर चार पानों का स्टेटमेंट जारी किया है. जिसमें उन्होंने अपने पूरी आप-बीती बताई है. इस तरह अब टेलर के खुलासे के बाद क्रिकेट की कर्ता-धर्ता आईसीसी और फिक्सिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाने वाली उसकी एंटी करप्शन यूनिट टेलर पर बड़ा बैन भी लगा सकती है.

साल 2019 में बहाने से टेलर को बुलाया गया भारत 
टेलर ने अपनी पूरी कहानी ट्विटर पर जारी करते हुए बताया कि साल 2019 अक्टूबर में एक भारतीय कारोबारी ने जिम्बाब्वे में T20 इवेंट कराने और उसके स्पॉन्सरशिप पर चर्चा करने के लिए मुझे इंडिया बुलाया. इस तरह उन्होंने भारत आने के लिए मुझे पैसे भी दिए. इस तरह अचानक एक भारतीय कारोबारी की अचानक दिलदारी पर मुझे हैरानी भी हुई. लेकिन मैं क्या करता क्योंकी पिछले 6 महीन से ज़िम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड में तंगी चल रही थी और राजकोष एक तरह से खाली पड़ा था. मैंने सोचा शायद इससे सब बदल जाएगा.

कोकीन खिलाकर बनाया वीडियो
टेलर ने आगे बताया कि जब मैं भारत पहुंचा तो 25 हजार अमेरीकी डॉलर (करीब 19 लाख रुपये) देने का वादा किया गया था. इसके बाद मुझे होटल के कल्ब में ले जाया गया और वहां पर हम सभी ड्रिंक के नशे में चूर थे. तभी एक भारतीय कारोबारी ने आने पास से खुलेआम कोकीन निकाली और उसका सेवन करने के लिए मुझसे कहा गया. मेरे मना करने पर भी वह नहीं माने और अगली सुबह जब मुझे होश आया तो एक वीडियो मुझे भेजा गया. जिसमें मैं कोकीन ले रहा था और धमकाया गया कि अगर मैंने ज़िम्बाब्वे जाकर मैच फिक्सिंग नहीं की तो वह मेरा करियर चौपट कर देंगे और इस वीडियो को वायरल कर देंगे. इस घटना के बाद मैं काफी परेशान हो गया था और घर वापस जाकर मानसिक रूप से बीमार हो गया था.

इसके बाद टेलर ने आगे बताया कि कैसे इस लड़ाई में उनके परिवार और कई लोगों ने उनका साथ दिया. इसके बारे में उन्होंने खुद आईसीसी को जानकारी दी और कई बार उन्होंने इन्वेस्टिगेशन के लिए अपना साक्षात्कार भी दिया. टेकर का यह भी मानना है कि इसके लिए उन पर आईसीसी कितने भी साल बैन लगा सकती है. वह उसके लिए तैयार हैं लेकिन क्रिकेट जैसे खेल पर वह कलंक नहीं लगा सकते हैं. इस खेल की गरिमा और उसके स्तर को दुनिया के सामने उंचा बनाए रखने के लिए उन्होंने सपोर्ट फिक्सिंग नहीं की और इस समस्या से पिछले दो साल से लड़ते हुए उन्होंने अपने परिवार को भी बचाए रखा.

 

17 साल का था अंतरराष्ट्रीय करियर 

बता दें कि ज़िम्बाब्वे के लिए साल 2004 में डेब्यू करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज कई सालों तक अपने देश की टीम के कप्तान भी रहे और उन्होंने पिछले साल ही सितंबर माह में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. इस तरह टेलर के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें तो वह जिम्बॉब्वे के लिए 205मैच खेल चुके हैं। उनके वनडे रिकॉर्ड पर नजर डालें तो 6684 रन बना चुके हैं। वनडे मैचों में उन्होंने 11 शतक और 39 अर्धशतक लगाए हैं। एंडी फ्लावर के बाद वह अपने देश के लिए वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। फ्लावर के नाम वनडे मैचों में 6786 रन दर्ज हैं। इसके अलावा टेलर ने अपने देश के लिए 34 टेस्ट और 45 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले हैं। जिसमें टेस्ट में उनके नाम 2320 रन तो टी20 में उनके नाम 934 रन दर्ज हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद टेलर अक्सर किसी न किसी टी20 लीग में खेलते हुए नजर आते रहते हैं.