ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में तूफानी शतक लगाया. उन्होंने 55 गेंद में 118 रन की नाबाद पारी खेली. कैमरन ग्रीन की शतकीय पारी में छह चौके और आठ छक्के शामिल रहे. उन्होंने 47 गेंद में अपना शतक पूरा किया जो ऑस्ट्रेलिया की तरफ से वनडे में दूसरा सबसे तेज रहा. इस कमाल के बाद कैमरन ग्रीन ने बताया कि वह तो बैटिंग के लिए जाने वाले भी नहीं थे. ट्रेविस हेड से आउट होने से एक गेंद पहले ही बताया गया कि बल्लेबाजी को जाना है.
ग्रीन इस मुकाबले में तीसरे नंबर पर बैटिंग को उतरे. उन्होंने 28 गेंद में फिफ्टी लगाई फिर अगले 50 रन केवल 19 गेंद में ही उड़ा दिए. ग्रीन ने ऑस्ट्रेलियाई पारी के बाद कहा, मैं तो बैटिंग के लिए तैयार ही नहीं था. मैं तो पूरे समय मार्न (लाबुशेन) के बैटिंग को जाने का इंतजार कर रहा था. शायद जिस गेंद पर हेडी आउट हुआ उससे एक गेंद पहले ही मुझे बैटिंग में जाने को कहा गया. मैं पूरी तरह से तब तैयार नहीं ता. शुरुआत में दो बार दो-दो रन लिए और इससे मैं जम गया.
ग्रीन ने ऑस्ट्रेलियाई ओपनर्स को सराहा. उन्होंने कहा, दोनों ओपनर्स ने बढ़िया बैटिंग की. इससे यह तय हुआ कि मैं और एलेक्स कैरी आजादी के साथ बैटिंग कर सकते थे. आज दिन अच्छा था. इसलिए काफी खुशी है.
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का धूमधड़ाका
ऑस्ट्रेलिया ने मैके में खेले गए मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए दो विकेट पर 431 रन का विशाल स्कोर बनाया. ग्रीन ने इस दौरान करियर का पहला वनडे शतक लगाया. वहीं हेड ने 142 और कप्तान मिचेल मार्श ने 100 रन की पारी खेली तो एलेक्स कैरी 50 रन के साथ नाबाद रहे. यह वनडे इतिहास में किसी टीम की ओर से नौवां सर्वोच्च स्कोर रहा. ऑस्ट्रेलिया ने अपना दूसरा सबसे बड़ा टोटल खड़ा किया. साउथ अफ्रीका की तरफ से वियान मुल्डर सात ओवर में 93 रन देकर सबसे महंगे बॉलर रहे. उनके अलावा क्वेना मफाका ने छह ओवर में 73, सेनुरन मुथुसामी ने नौ ओवर में 75 रन लुटाए.