पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने 10 नवंबर को इस बात की जानकारी दे दी कि उसे भारतीय टीम के चैंपियंस ट्रॉफी के लिए नहीं आने का आईसीसी का ईमेल मिल गया है. पीसीबी ने एक बयान में कहा, ‘पीसीबी को आईसीसी से एक ई-मेल मिला है जिसमें कहा गया है कि बीसीसीआई ने उन्हें सूचित किया है कि उनकी टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी. पीसीबी ने उस ईमेल को सलाह और मार्गदर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार को भेज दिया है.’ पीसीबी की तरफ से यह टिप्पणी उसके चीफ मोहसिन नकवी के उस बयान के ठीक दो दिन बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें आईसीसी की ओर से भारत के बारे में कुछ लिखित में नहीं मिला है. लिखित में मिलने के बाद ही वह आगे कुछ कर पाएंगे.
बीसीसीआई ने पहले ही आईसीसी को बता दिया था कि उसकी सरकार ने भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से मना कर दिया है. ऐसे में अब चैंपियंस ट्रॉफी के पाकिस्तान में आयोजन पर बड़ा सवालिया निशान लग गया है. पीसीबी को अब एशिया कप 2023 की तरह हाइब्रिड मॉडल की तरफ जाना पड़ सकता है. हालांकि पीसीबी चीफ नकवी ने यह भी कहा था कि ‘हाइब्रिड मॉडल’ को पाकिस्तान स्वीकार नहीं करेगा. चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर ताजा घटनाक्रम के बाद अब पाकिस्तान बोर्ड के पास दो विकल्प बचते हैं.
- - पहला विकल्प : चैंपियंस ट्रॉफी हाईब्रिड मॉडल के तहत होगी जिसमें भारतीय टीम अपने सभी मुकाबले दुबई में खेलेगी.
- - दूसरा विकल्प : पूरी चैंपियंस ट्रॉफी दुबई, श्रीलंका या साउथ अफ्रीका में हो सकती है लेकिन मेजबानी अधिकार पाकिस्तान के पास ही रहेंगे.
- - तीसरा विकल्प : पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी छोड़ दे. ऐसे में किसी दूसरे बोर्ड को यह अधिकार दिए जाएं.
पहले विकल्प के हिसाब से साल 2023 में एशिया कप खेला जा चुका है. तब पाकिस्तान मेजबान था लेकिन भारत ने अपने सभी मैच और फाइनल श्रीलंका में खेले थे. दूसरे विकल्प का उदाहरण 2021 टी20 वर्ल्ड कप और हालिया महिला टी20 वर्ल्ड कप है. 202 में कोविड-19 के चलते बीसीसीआई की मेजबानी वाला टी20 वर्ल्ड कप यूएई में कराया गया था. तब मेजबानी भारत के पास ही रही थी.
भारत ने 2008 के बाद से अपनी क्रिकेट टीम पाकिस्तान नहीं भेजी है. पाकिस्तान ने 2012-13 में वनडे-टी20 सीरीज, 2016 में टी 20 विश्व कप और पिछले साल 50 ओवर के विश्व कप के लिए भारत का दौरा किया था.