चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2026 के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी. पिछले दो सीजन में खराब प्रदर्शन के बाद इस फ्रेंचाइज ने अपने हाई परफॉर्मेंस सेंटर में पांच दिन का ट्रायल कैंप लगाया. इसमें 40 से 50 भारतीय अनकैप्ड खिलाड़ियों को बुलाया गया है. सीएसके के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग और फील्डिंग कोच राजीव कुमार की देखरेख में इन क्रिकेटर्स की परीक्षा ली जा रही है. ऐसा समजा जाता है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी ट्रायल प्रोसेस पर नज़र रखे हुए हैं.
दी इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सीएसके के ट्रायल्स 20 सितंबर को खत्म हो जाएंगे. इसमें पिछले दो महीनों में खत्म हुई कई टी20 लीग्स के खिलाड़ियों को बुलाया गया. चेन्नई सुपर किंग्स ने घरेलू क्रिकेट सीजन के आगाज से पहले ही ट्रायल करा लिए. ताकि बाद में खिलाड़ियों की उपलब्धता को लेकर कोई दिक्कत न हो. ट्रायल से सीएसके को कुछ रोचक प्रतिभाएं मिली हैं.
सीएसके के पिछले आईपीएल सीजन कैसे रहे खराब
सीएसके ने पांच बार आईपीएल ट्रॉफी जीती है लेकिन उसके पिछले दो सीजन काफी खराब रहे. 2024 में यह टीम करीबी अंतर से प्लेऑफ में जाने से चूक गई तो 2025 में काफी खराब खेल रहा. वह अंक तालिका में सबसे नीचे रही. उसने पिछले सीजन में उर्विल पटेल, डेवाल्ड ब्रेविस और आयुष म्हात्रे जैसे विस्फोटक युवा खिलाड़ियों को मिड सीजन में इंजरी रिप्लेसमेंट के तौर पर लिया था. इन तीनों ने ही अच्छा खेल दिखाया था. नतीजतन सीएसके मैनेजमेंट को नए चेहरों को आजमाने की तरफ जाना पड़ा.
सीएसके में सैमसन के आने पर क्या हुआ
पिछले दिनों ऐसी खबरें थी कि संजू सैमसन राजस्थान रॉयल्स से अलग होकर सीएसके के साथ जुड़ सकते हैं. लेकिन यह ट्रेड मुश्किल लग रहा है. ऐसे में सीएसके अपने विकल्प खुले रखना चाहती है. चेन्नई को आईपीएल 2025 के दौरान बैटिंग में सबसे ज्यादा निराशा हुई थी. उसके बल्लेबाज तेजी से रन नहीं जुटा सके थे. शुरुआत में हेड कोच फ्लेमिंग ने इस बात को ज्यादा तवज्जो नहीं दी थी. हालांकि बाद में उन्होंने माना था कि बैटिंग में फायरपावर नहीं है.