न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे टेस्ट के दौरान माउंट माउंगानुई के बे ओवल में डेवॉन कॉनवे और टॉम लाथम ने इतिहास रच दिया. दोनों ने मैंस टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में कुछ ऐसा किया जो पहले कभी नहीं हुआ था. कॉनवे और लाथम, जिन्होंने पहली पारी में 227 और 137 रन की पारी खेली थी, उन्होंने चौथे दिन दूसरी पारी में 100 और 101 रन बनाए. इस तरह यह जोड़ी पुरुष टेस्ट में एक ही मैच में दोनों पारियों में शतक बनाने वाली ओपनर्स की पहली जोड़ी बन गई.
39.3 ओवर में 192 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप
लाथम और कॉनवे ने दूसरी पारी में तेज़ी से रन बनाने की शुरुआत की, ताकि वेस्ट इंडीज़ के लिए एक टारगेट सेट किया जा सके और कीवी गेंदबाज़ों को एक दिन से थोड़े ज़्यादा समय में सभी 10 विकेट लेने का सबसे अच्छा मौका मिल सके. दोनों ने 39.3 ओवर में 192 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की, जिसमें कॉनवे ने 136 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. 34 साल के कॉनवे न्यूजीलैंड के पहले बल्लेबाज और कुल मिलाकर टेस्ट इतिहास में 10वें ऐसे खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने एक ही मैच में दोहरा शतक और शतक बनाया.
मैच में बनाए कुल 565 रन
आठ ओवर बाद लाथम ने मैच में दूसरी बार 127 गेंदों में शतक पूरा किया. कॉनवे और लाथम ने मैच में कुल 565 रन बनाए, जो एक टेस्ट में किसी टीम के ओपनर्स द्वारा बनाए गए सबसे ज़्यादा रनों का रिकॉर्ड भी है. उन्होंने 2003 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ ड्रॉ हुए टेस्ट के दौरान साउथ अफ्रीका के ग्रेम स्मिथ (277 और 85) और हर्शल गिब्स (179 और 9) द्वारा बनाए गए 550 रनों के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया. कीवी टीम ने दो विकेट पर 306 रन बनाकर अपनी दूसरी पारी घोषित की और वेस्ट इंडीज के सामने 462 रन का लक्ष्य रखा. चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक कैरेबियाई टीम ने बिना किसी नुकसान के 43 रन बना लिए है ओर जीत के लिए उसे अभी भी 419 रन की जरूरत है. टेस्ट इतिहास में चौथी पारी में जीतने के लिए किसी भी टीम ने 418 से ज़्यादा रन नहीं बनाए हैं.

