नई दिल्ली। साल 2014 से भारतीय टेस्ट टीम का भार अपने कंधे पर उठाए रखने वाले विराट कोहली हाल ही में साउथ अफ्रीका के साथ संपन्न हुई टेस्ट सीरीज में हार के बाद कप्तानी से इस्तीफ़ा दे डाला. इस तरह कोहली के बतौर कप्तान कार्यकाल को याद रखते हुए लोगों ने उन्हें महानतम कप्तानो में से एक बताया. क्योंकि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतकर तिरंगा लहराया. हालांकि कोहली अपनी कप्तानी में भारत को कभी भी आईसीसी ट्रॉफी नहें जीता सके. इस तरह भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी संजय मांजरेकर ने माना कि कोहली भारत के सबसे सफलतम कप्तानी में से एक नहीं है. बल्कि इस लिस्ट में महेंद्र सिंह धोनी सबसे उपर है.
मांजरेकर ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा, "धोनी स्पष्ट रूप से भारत के महानतम कप्तानों में से एक हैं. मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईसीसी इवेंट के प्रदर्शन के आधार पर कप्तान को जज करता हूं क्योंकि वहीं पर किसी कप्तानी की असली परीक्षा होती है. जब आप द्विपक्षीय सीरीज खेल रहे होते हैं तो ये कुछ ऐसा होता है जैसे कि आप स्कूल जा रहे हैं और वापस आ रहे हैं और वहां पर ज्यादा दवाब नहीं होता है. आइसीसी इवेंट्स में महेंद्र सिंह धोनी जबरदस्त रहे हैं और फिर कपिल देव, सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली और विराट कोहली.
कोहली की कप्तानी में नहीं मिला रिजल्ट
वहीं कोहली ने बतौर टेस्ट कप्तान अपनी कप्तानी में भारत को 40 टेस्ट मैचों में जीत दिलाई है. जो कि धोनी और सौरव गांगुली के बतौर कप्तान टेस्ट जीत से अधिक है. ऐसे में कोहली के बारे में मांजरेकर ने आगे कहा, "उन्होंने कई उदाहरण भारतीय क्रिकेट में सेट किए हैं. साउथ अफ्रीका के खिलाफ ही टेस्ट सीरीज में उन्होंने पहला टेस्ट जीता था. वांडरर्स की पिच बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं थी, लेकिन भारत ने जीत दर्ज की थी हालांकि भारत को सीरीज में 1-2 से हार मिली थी. विराट कप्तान के तौर पर टीम में जोश भरते थे. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में कोहली आखिरी तक टीम की जीत के लिए लड़ते दिखे, लेकिन अंत में आपको रिजल्ट के बारे में बात करनी होगी. सच तो ये है कि परिणाम नहीं आ रहे थे."