साल 1985, जगह- मद्रास (आज का चेन्नई). एक क्रिकेटर का जन्म होता है जो पैदाइश के 19 साल बाद भारतीय क्रिकेट टीम में दाखिल होता है और इंग्लैंड दौरे से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखता है. लेकिन इंटरनेशनल करियर के 18 साल तक कभी उसकी टीम में जगह पक्की नहीं हो पाई. कभी खराब फॉर्म ने नुकसान कराया तो कभी उसी कालखंड में जन्मे दूसरे खिलाड़ी के चलते उसे मौका नहीं मिल पाया. कोई और होता तो शायद हार मान चुका होता या फिर वक्त, हालात, चयनकर्ताओं को दोष देकर सुर्खियों में आता लेकिन उस खिलाड़ी ने अपने खेल से जवाब दिया. हर बार. बार-बार. जब भी टीम इंडिया से बाहर हुआ तो मजबूत खेल के साथ लौटा. 37 साल की उम्र में उसने भारतीय टीम में एक बार फिर जगह बनाई है. बात हो रही है दिनेश कार्तिक की. आज उनका जन्म दिन है.
1 जून 1985 को जन्मे दिनेश कार्तिक का करियर किसी सिनेमा की रोमांचक कहानी सा है. जिसमें कई उतार-चढ़ाव हैं और जिसमें फिल्मों से कहीं ज्यादा ड्रामा है. खेल की कामयाबियों के गीत हैं तो नाकामी की कविताएं भी हैं. प्रोफेशनल करियर के रिकॉर्ड हैं तो पर्सनल जीवन की ट्रेजेडी भी है. लेकिन हर हालात में एक बात कॉमन है और वह है- हार न मानने की जिद.तभी तो 37 साल की उम्र के पास जब खिलाड़ी रिटायर होने की सोचते हैं तब कार्तिक टीम इंडिया में वापसी का प्लान बना रहे थे और इसमें कामयाब भी हुए.
2004 में किया टीम इंडिया में डेब्यूू
लेकिन भारतीय क्रिकेट में जो कालखंड धोनी के नाम से दर्ज है उसमें भी कार्तिक गुम नहीं होते हैं. वे बार-बार लौटते हैं और लौटते रहते हैं. 2006 में दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए वापसी हुई. फिर भारत के इतिहास का पहला टी20 मुकाबला खेला और प्लेयर ऑफ दी मैच बने. अब देखिए कि 2006 की उस भारतीय वनडे टीम के सभी खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं लेकिन कार्तिक अभी भी मौजूद हैं. भारत को टी20 वर्ल्ड कप में फिर से चैंपियन बनाने की तमन्ना लिए.
कार्तिक और वापसी- एक शानदार लव स्टोरी
बात हो रही थी कार्तिक की वापसी की. तो 2006 की वापसी के बाद 2007 में इंग्लैंड में टेस्ट जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे. 2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम में भी वे थे.लेकिन थोड़े समय बाद फिर बाहर हो गए. 2008 में न्यूजीलैंड दौरे के लिए फिर से वापसी की. नतीजा रहा कि बाहर हो गए. 2012-13 के घरेलू सीजन में शानदार खेल की बदौलत फिर से वापसी हुई. इस बार 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए. मगर फिर एक बार निराशा और टीम से बाहर.
भारतीय टीम से अंदर-बाहर होने के बीच घरेलू क्रिकेट में जाकर तमिलनाडु के लिए पसीना बहाया और लगातार रन बनाए. इसी दौरान पर्सनल मोर्चे पर एक धक्का लगा. उनका तलाक हो गया. उनकी तत्कालीन पत्नी ने मुरली विजय से शादी कर ली. कार्तिक और विजय तमिलनाडु के लिए साथ ही खेला करते थे. कार्तिक ने इस स्थिति से भी खुद को उबारा. धोनी के रिटायरमेंट के बाद 2014 में बांग्लादेश दौरे के लिए फिर से उनका सेलेक्शन हुआ. अबकी बार कीपिंग ने निराश किया.
निदाहास ट्रॉफी का करिश्मा
फिर वही रन बनाने और टीम में शामिल होने की जद्दोजहद.2018 में वापसी की और निदाहास ट्रॉफी में टीम इंडिया को जीत दिलाई. फिर बाहर हो गए. मगर 2019 वर्ल्ड कप के लिए दोबारा आते हैं. सीधे सेमीफाइनल में खेलने का मौका मिलता है. रन नहीं बनते और फिर एक बार टीम से बाहर. करीब तीन साल तक बाहर रहने के बाद अब साल 2022 में भारतीय टी20 का बुलावा आता है.
आईपीएल 2022 में गरजे और बरसे
यह बुलावा आईपीएल 2022 में उनके उत्पात के चलते मिलता है. आरसीबी की तरफ से खेलते हुए उन्होंने 16 मैच में 330 रन बनाए. फिनिशर की भूमिका में खेले और 27 चौके वे 22 छक्के उड़ाते हुए 55 की औसत व 183.33 की स्ट्राइक रेट से रन बरसाए. बैंगलोर को कई मुश्किलों मैचों में जीत दिलाई. इसी का परिणाम रहा कि 37 साल की उम्र में फिर से भारत के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे.