आईपीएल 2024 में पंजाब किंग्स की ओर से खेलते हुए युवा बल्लेबाज आशुतोष शर्मा के खेल ने छाप छोड़ी थी. फिनिशर की भूमिका को उन्होंने बखूबी निभाया था. आशुतोष ने 167.25 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे. इस प्रदर्शन के बाद भी पंजाब किंग्स ने उन्हें रिलीज कर दिया और अब वे फिर से ऑक्शन का हिस्सा हैं. लेकिन आशुतोष शर्मा को भरोसा है कि उनके पास जो काबिलियत है उसके दम पर उन्हें कामयाबी मिलेगी और वे जिस भी टीम के लिए खेलेंगे अच्छा करेंगे. मुंबई इंडियंस के खिलाफ जब टीम 77 पर छह विकेट गंवाकर जूझ रही थी तब उन्होंने सात छक्कों और दो चौकों से 28 गेंद में 61 रन बनाकर सबका ध्यान खींचा था.
आशुतोष आगामी ऑक्शन को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'मैं उत्साहित हूं क्योंकि मेरा पिछला साल अच्छा रहा. मुझे नहीं पता कि क्या होगा लेकिन जो होगा अच्छा ही रहेगा. मेरा सोचना है कि टीम को जहां भी मेरी जरूरत होगी मैं वहां बल्लेबाजी कर सकता हूं. मैंने घरेलू क्रिकेट में हर क्रम पर बल्लेबाजी की है. मैंने कभी यह मानसिकता नहीं बनाई कि मुझे सिर्फ निचले क्रम में बल्लेबाजी करनी है. मैं कहीं भी बल्लेबाजी कर सकता हूं. मुझे बस अपना काम अच्छी तरह करना है और टीम को जीत दिलानी है.’
आईपीएल ने आशुतोष को बनाया बेहतर क्रिकेटर
आशुतोष ने कहा कि उन्होंने आईपीएल में ही मैच को फिनिश करने की कला सीखी, चाहे आप पहले बल्लेबाजी करें या बाद में. उन्होंने कहा, ‘मैं घरेलू क्रिकेट में भी बल्लेबाजी क्रम में इसी नंबर पर बल्लेबाजी करता था लेकिन मैच को कैसे फिनिश करना है यह मुझे आईपीएल में ही समझ में आया. मैं अलग-अलग हालात का सामना कर रहा था. मैं सीख रहा था कि जब जल्दी बैटिंग आ जाए तब क्या करना है या जब ज्यादा ओवर्स नहीं बचे हैं तब कैसे खेलना है. इस अनुभव ने मुझे फिनिशिंग में मदद की.’
आशुतोष को धवन से मिली मदद
आशुतोष ने अपनी सफलता का श्रेय भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और पंजाब किंग्स के कप्तान शिखर धवन को दिया. उन्होंने कहा, ‘मैं अपने पहले आईपीएल शिविर के दौरान शिखर भाई से मिला था. उन्होंने मुझे मानसिकता, आत्मविश्वास के महत्व के बारे में बहुत सी बातें बताईं और उसके बाद मैंने उनसे नियमित रूप से बात की और बहुत कुछ सीखा. उन्होंने मुझे बताया कि आईपीएल भी अलग नहीं है, सैयद मुश्ताक अली और रणजी ट्रॉफी में जो क्रिकेट खेलते हैं यह भी वैसा ही है. उन्होंने मुझसे कहा कि केवल अच्छी चीजों के बारे में सोचना चाहिए.’
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