सनराइजर्स हैदराबाद ने इस तूफानी भारतीय दिग्गज को बनाया कोच, 150 से ऊपर फेंकता था गेंद, IPL 2026 से पहले कर दिया ऐलान

सनराइजर्स हैदराबाद ने इस तूफानी भारतीय दिग्गज को बनाया कोच, 150 से ऊपर फेंकता था गेंद, IPL 2026 से पहले कर दिया ऐलान
सनराइजर्स हैदराबाद

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जेम्स फ्रेंकलिन आईपीएल 2025 में सनराइजर्स हैदराबाद के बॉलिंग कोच थे.

सनराइजर्स हैदराबाद ने एक बार 2016 में आईपीएल ट्रॉफी जीती है.

सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल 2026 से पहले कोचिंग स्टाफ में तब्दीली की है. भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वरुण आरोन को बॉलिंग कोच बनाया है. हैदराबाद ने सोशल मीडिया के जरिए उनके नाम का ऐलान किया. आईपीएल 2025 के दौरान जेम्स फ्रेंकलिन हैदराबाद के बॉलिंग कोच थे. उन्होंने डेल स्टेन को रिप्लेस किया था. डेनियल वेटोरी अभी सनराइजर्स हैदराबाद के हेड कोच हैं.आईपीएल 2025 में टीम का प्रदर्शन कमजोर रहा था. वह 14 में से छह मैच जीतकर छठे स्थान पर रही थी. इससे पहले 2024 में उसने फाइनल तक का सफर तय किया था.

आरोन आईपीएल में पांच टीमों- गुजरात टाइटंस, राजस्थान रॉयल्स, पंजाब किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेले हैं. इनके अलावा कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ भी रहे लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला. इस लीग में उन्होंने 52 मैचों में 44 विकेट लिए. उन्होंने जनवरी 2025 में संन्यास का ऐलान कर दिया था. झारखंड से आने वाले आरोन ने भारत के लिए नौ टेस्ट और नौ वनडे मुकाबले खेले. इनमें कुल 29 विकेट लिए.

आरोन करने लगे थे कमेंट्री

 

आरोन ने अक्टूबर 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे से भारत के लिए डेब्यू किया. उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच नवंबर 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट रहा. अभी वे कमेंट्री के क्षेत्र में सक्रिय हो गए थे. उन्होंने आईपीएल 2025 के दौरान भी कमेंट्री की थी और भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान भी इस विधा में लगे हुए थे.

आरोन ने फेंकी थी 153 की रफ्तार वाली बॉल

 

आरोन का आईपीएल में सबसे अच्छा प्रदर्शन 2014 में आरसीबी के लिए रहा था. तब उन्होंने 10 मैच में 16 विकेट निकाले थे. इसके अलावा वे किसी सीजन में 10 विकेट भी नहीं ले सके. उन्होंने 150 की रफ्तार वाले बॉलर के रूप में पहचान कमाई और इसी के दम पर टीम इंडिया में शामिल हुए थे. उन्होंने 2010-11 में विजय हजारे ट्रॉफी में गुजरात के खिलाफ 153 की रफ्तार से गेंद डाली थी. लेकिन चोटों की वजह से उनका करियर उम्मीद के हिसाब से उड़ान नहीं भर पाया. 2014 में वे भारतीय टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट के सीरीज के लिए गए थे. तब उनकी एक तेज बाउंसर ने स्टुअर्ट ब्रॉड की नाक तोड़ दी थी.