बीते दिन मुंबई में हुई बीसीसीआई मीटिंग में कई मुद्दो पर चर्चा हुई, जिसमें एक मुद्दा टेस्ट और वनडे क्रिकेट में टीम इंडिया के भावी कप्तान का था. हाल में खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल उठने के बावजूद उन्होंने चयनकर्ताओं से कहा कि जब तक बोर्ड को नया कप्तान नहीं मिल जाता, तब तक वह कप्तान बने रहेंगे. हालांकि एक रिपोर्ट के अनुसार कोच गौतम गंभीर और अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति ने नए कप्तान को खोज लिया है, मगर इस मामले में दोनों की पसंद काफी अलग है.
रविवार को भारतीय कप्तान रोहित ने मीटिंग में साफ कर दिया था कि वो नया कप्तान मिलने तक कप्तान बने रहेंगे. इसके बाद फैसला लिया गया कि वो चैंपियंस ट्रॉफी के लिए वनडे में कप्तान बने रहेंगे और टूर्नामेंट खत्म होने के बाद चयनकर्ता उनके भविष्य पर निर्णय लेंगे. सोमवार को दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के अनुसार रिव्यू मीटिंग के दौरान रोहित से जसप्रीत बुमराह को कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपे जाने की संभावना पर चर्चा के बीच तेज गेंदबाज के वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए एक मजबूत उपकप्तान की जरूरत पर भी चर्चा हुई.
जायसवाल को गंभीर का सपोर्ट
बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में पहले और आखिरी टेस्ट में कप्तानी की थी. पर्थ टेस्ट में उन्होंने टीम इंडिया को 295 रन से जीत दिलाई थी. जबकि चोट की वजह से वो सिडनी में खेले गए 5वां टेस्ट पूरा नहीं खेल पाए थे. वो ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाए थे. हालांकि जब चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत को टेस्ट टीम का अगला कप्तान बनाने का फैसला किया तो गंभीर ने यशस्वी जायसवाल का समर्थन किया.गंभीर जायसवाल को टीम इंडिया के अगले कप्तान के रूप में देखना चाहते हैं.घरेलू क्रिकेट में दिल्ली टीम का कप्तानी करने वाले पंत ने जून 2022 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी की थी.
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