शेन वॉर्न पर दिए बयान को लेकर गावस्‍कर ने दी सफाई, कहा- उस वक्‍त वो जवाब देना सही नहीं था

शेन वॉर्न पर दिए बयान को लेकर गावस्‍कर ने दी सफाई, कहा- उस वक्‍त वो जवाब देना सही नहीं था

नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने सोमवार (7 मार्च) को कहा कि उन्हें पिछले हफ्ते महान स्पिनर शेन वार्न (Shane Warne) के निधन के बाद उनके जरिए की गई टिप्पणियों पर खेद है. वार्न का शुक्रवार (4 मार्च) को 52 वर्ष की आयु में एक संदिग्ध दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान गावस्कर ने वॉर्न के निधन पर शोक जताया था, लेकिन उन्होंने आगे कहा था कि वह इस ऑस्ट्रेलियाई (Australia) को क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर नहीं मानते हैं. तब से ही भारतीय बल्लेबाज की महान वॉर्न की महानता के बारे में बात करने के लिए आलोचना की गई. गावस्कर ने कहा कि, “पिछला सप्ताह क्रिकेट बिरादरी के लिए बहुत दर्दनाक समय था क्योंकि 24 घंटों में, हमने खेल के दो अहम और मशहूर रॉडनी मार्श और शेन वार्न को खो दिया. टीवी पर, मुझसे एक एंकर ने पूछा कि क्या वार्न सबसे महान स्पिनर हैं और मैंने अपनी ईमानदार से उस दौरान राय दी थी.

सफाई में कही ये बात

गावस्कर ने अपनी सफाई में आगे कहा कि, यहां अगर मुझसे इस तरह का सवाल नहीं पूछा जाता तो मैं शायद ये जवाब नहीं देता. इस तरह के जवाब देने का वो सही समय नहीं था. वॉर्न क्रिकेट के महान खिलाड़ी रह चुके हैं. जबकि रोडनी मार्श को बेस्ट विकेटकीपर माना जाता है. ऐसे में दोनों की आत्मा को शांति मिले. 

बता दें कि, वार्न इतिहास के सबसे प्रभावशाली क्रिकेटरों में से एक थे. 1990 के दशक की शुरुआत में जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम रखा, तब उन्होंने लगभग अकेले दम पर लेग-स्पिन की कला दुनिया के सामने पेश किया. वहीं साल 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने तक, वह 700 टेस्ट विकेट तक पहुंचने वाले पहले गेंदबाज बन गए थे. 1999 ऑस्ट्रेलिया की आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप टीम में शेन वॉर्न एक अहम सदस्य थे. उस दौरान वॉर्न को सेमीफाइनल और फाइनल में दोनों मैचों में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. इसके बाद विजडन क्रिकेटरर्स अलमनाक ने शेन की उपलब्धियों का सम्मान किया और उन्हें उस सदी के टॉप 5 क्रिकेटरों की सूची में रखा. 

शेन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत 708 टेस्ट विकेट और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 293 विकेट के साथ किया था. जिससे वह अपने महान मित्र और श्रीलंका के प्रतिद्वंद्वी मुथैया मुरलीधरन (1,347) के पीछे सर्वकालिक अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे. शेन ने 11 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी भी की, जिसमें 10 में जीत और सिर्फ एक बार हार का सामना करना पड़ा.