हरियाणा ने जीती Cooch Behar Trohy, भारत को वर्ल्ड कप जिताने वालों ने लूटा मेला

हरियाणा ने जीती Cooch Behar Trohy, भारत को वर्ल्ड कप जिताने वालों ने लूटा मेला

हरियाणा ने मुंबई को हराकर अंडर 19 कूच बिहार ट्रॉफी जीत ली है. हरियाणा को पहली पारी की बढ़त के आधार पर कामयाबी मिली. उसने कप्तान निशांत सिंधु और विकेटकीपर सर्वेश रोहिल्ला के शतकों के बूते पहली पारी में 437 रन बनाए. इसके जवाब में मुंबई की पारी 303 रन पर सिमट गई. हरियाणा ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 211 रन बना लिए थे तब मैच समाप्ति का ऐलान हुआ. इसके साथ ही हरियाणा को ट्रॉफी ने अपने नाम कर ली. वीनू मांकड़ ट्रॉफी का फाइनल 40 ओवर का रहा. इससे पहले हरियाणा ने वीनू मांकड़ ट्रॉफी भी जीती थी. इस तरह हरियाणा अभी भारत में अंडर 19 क्रिकेट के दोनों फॉर्मेट का विजेता है. इस मुकाबले में 2022 अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से खेलने वाले तीन खिलाड़ी भी खेले थे. हरियाणा की तरफ से निशांत सिंधु और दिनेशा बाना जबकि मुंबई की तरफ से अंगकृष राजवंशी उतरे. सिंधु ने अंडर 19 वर्ल्ड कप में जब यश ढुल को कोरोना हो गया था तब ग्रुप स्टेज के मुकाबलों में भी भारत की कप्तानी की थी.

कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए मुकाबले में हरियाणा ने टॉस जीता और पहले बैटिंग चुनी. उसकी तरफ से ओपनर रोहन देशवाल (101), निशांत सिंधु (115) और सर्वेश रोहिल्ला (नाबाद 100) ने शतक लगाए. देशवाल ने 203 गेंदों का सामना किया और 15 चौके व एक छक्का लगाया. वहीं सिंधु ने 114 गेंद में 18 चौकों और दो छक्कों से शतकीय पारी खेली. रोहिल्ला ने 192 गेंद खेलते हुए 16 चौके और दो छक्के लगाए. इससे हरियाणा की पारी 437 रन पर जाकर खत्म हुई. मुंबई की तरफ से सूर्यांश शेडगे और प्रिंस बडियानी ने तीन-तीन विकेट लिए. 

सांगवान के आगे मुंबई जल्दी सिमटी

दूसरी पारी में भी चले हरियाणा के बल्लेबाज

दूसरी पारी में भी हरियाणा की तरफ से अच्छी बैटिंग देखने को मिली. ओपनर मयंक शांडिल्य ने 31 और रोहन देशवाल ने 30 रन बनाए. लेकिन इस पारी में निशांत सिंधु बिना खाता खोले आउट हो गए. पहली पारी में खाता खोलने में नाकाम रहने वाले दिनेश बाना ने दूसरी पारी में जलवे बिखेरे. उन्होंने 83 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 62 रन की पारी खेली. वहीं सर्वेश रोहिल्ला 28 रन बनाकर नॉट आउट रहे. मैच रोके जाने के समय हरियाणा का सकोर पांच विकेट पर 211 रन था. लेकिन तब तक हरियाणा का ट्रॉफी पर कब्जा तय हो चुका था.