साउथ अफ्रीका के धुरंधर विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी. हेनरिक क्लासन ने बताया कि वह काफी समय से इस बारे में सोच रहे थे. उन्होंने साउथ अफ्रीका के लिए चार टेस्ट, 60 वनडे और 58 टी20 मुकाबले खेले. 2018 में भारत के खिलाफ सीरीज से उन्होंने टी20 और वनडे में कदम रखा था. 2019 में भारत के खिलाफ ही उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया था. 2023 में उनका आखिरी टेस्ट वेस्ट इंडीज के सामने थे. वहीं आखिरी वनडे चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आया तो दिसंबर 2024 के बाद उन्होंने कोई टी20 इंटरनेशनल नहीं खेला. यह मैच पाकिस्तान के खिलाफ था.
हेनरिक क्लासन हाल ही में आईपीएल में खेल रहे थे. वे सनराइजर्स हैदराबाद फ्रेंचाइज का हिस्सा रहे. उन्होंने इस टीम के लिए सीजन के आखिरी मुकाबले में शतक लगाया था. उन्हें हैदराबाद ने आईपीएल 2025 से पहले 23 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि में रिटेन किया था. क्लासन दूसरे इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं जिन्होंने 2 जून को संन्यास का ऐलान किया. उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया था.
हेनरिक क्लासन ने रिटायरमेंट पोस्ट में क्या लिखा
क्लासन ने संन्यास की जानकारी देते हुए कहा,
मेरे लिए यह दुखद दिन है क्योंकि मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया है. मुझे यह तय करने में काफी समय लग गया कि मेरे और परिवार के भविष्य के लिए क्या अच्छा है. यह वाकई में बहुत मुश्किल फैसला था लेकिन अब यह कदम लेने के बाद मुझे शांति मिली है. पहले दिन से ही मेरे देश का प्रतिनिधित्व करना सबसे बड़ा सम्मान रहा है और यही सब कुछ था जिसके लिए मैंने मेहनत की और एक बच्चे के रूप में सपना देखा था. मैंने कुछ कमाल के दोस्त और रिश्ते बनाए जो ताउम्र मेरे साथ खजाने के रूप में रहेंगे. प्रोटीया टीम के लिए खेलने से मुझे महान लोगों से मिलने का मौका मिला और इससे मेरी जिंदगी बदली और उन लोगों के लिए शुक्रिया काफी नहीं.
क्लासन ने सिक्सवीर के रूप में बनाई पहचान
क्लासन ने चार टेस्ट में 104, 60 वनडे में 117.05 की स्ट्राइक रेट से 2141 और 58 टी20 इंटरनेशनल में 141.84 की स्ट्राइक रेट से 1000 रन बनाए. उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में चार शतक हैं और चारों ही वनडे फॉर्मेट में आई. उन्हें क्विंटन डिकॉक के चोटिल होने पर साउथ अफ्रीकी टीम में मौका मिला था. उन्होंने बड़े शॉट्स लगाने की काबिलियत के जरिए मिडिल ऑर्डर में जगह पुख्ता की और व्हाइट बॉल फॉर्मेट में पिछले कुछ साल में साउथ अफ्रीका के अहम खिलाड़ी बन गए. उन्होंने टी20 और वनडे में कुल 123 छक्के लगाए.