पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन को बड़ा झटका तब लगा है. क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन को राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में उनके नाम पर बने स्टैंड को हटाने के लिए कहा गया है. इसमें पूर्व एचसीए अध्यक्ष के हितों के टकराव का हवाला दिया गया. हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इसके बाद टिकटों पर भी अजहरुद्दीन का नाम न छपे. हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के नैतिक अधिकारी और लोकपाल न्यायमूर्ति वी. ईश्वरैया ने शनिवार, 19 अप्रैल को यह आदेश पारित किया.
साल 2019 का है मामला
बता दें कि मोहम्मद अजहरुद्दीन साल 2019 में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हुआ करते थे. 25 नवंबर, 2019 को अजहरुद्दीन की अध्यक्षता में हुई शीर्ष परिषद की बैठक में, उनके नाम पर नॉर्थ स्टैंड का नाम रखने का निर्णय लिया गया, जिसे तब वीवीएस लक्ष्मण पैवेलियन कहा जाता था. इसके बाद फरवरी 2025 में एचसीए समिति के ही एक अध्यक्ष ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई जिसमें ये कहा गया कि अजहरुद्दीन ने नियमों का उल्लंघन किया. उस दौरान ये कहा गया था कि नियम 38 के अनुसार परिषद को कई सदस्य अपने पक्ष में फैसला नहीं ले सकता है.
पूर्व क्रिकेटर जाएगा हाई कोर्ट
अजहरुद्दीन ने हितों के टकराव के सभी आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि वह ईश्वरैया के आदेश को चुनौती देने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. अजहरुद्दीन ने द हिंदू से बात करते हुए कहा, "इसमें हितों का टकराव नहीं है. मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, मैं इस स्तर तक नहीं गिरना चाहता. 17 साल का क्रिकेट करियर, मैं करीब 10 साल तक टीम का कप्तान रहा, फिर भी ऐसा बर्ताव. क्या आप हैदराबाद में सब क्रिकेटरों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं. यह बहुत शर्मनाक बात है. हम इसके विरोध में हाई कोर्ट जाएंगे."
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