भारत ने सात विकेट से कानपुर टेस्ट जीतकर दो टेस्ट मैचों की सीरीज में बांग्लादेश का सूपड़ा भी साफ कर दिया है. इस टेस्ट के दो दिन पूरी तरह से बर्बाद होने के बावजूद रोहित शर्मा की टीम ने आखिरी दिन के दूसरे सेशन में सात विकेट से मुकाबला अपने कर लिया. टीम इंडिया की इस शानदार जीत से टेस्ट इतिहास के कई बड़े रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं.
- भारत टेस्ट में सबसे ज्यादा जीत हासिल करने वाले चौथी टीम बन गई है. भारतीय टीम की टेस्ट में ये 180वीं जीत है. भारत ने साउथ अफ्रीका को पीछे छोड़ा, जो 179 जीत के साथ 5वें नंबर पर है.
- कानपुर टेस्ट जीतने के लिए भारतीय टीम ने दोनों पारियों को मिलाकर कुल 312 गेंदे खेली. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथी बार टेस्ट जीतने के लिए किसी टीम ने सबसे कम गेंदें खेली.
- कानपुर टेस्ट में दोनों पारियों को मिलाकर भारत का रन रेट 7.36 था. जो टेस्ट में किसी टीम का सर्वाधिक रन-रेट का रिकॉर्ड बन गया है. इससे पहले ये रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के नाम था, जिसका जिम्बाब्वे के खिलाफ साल 2005 में केपटाउन टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर रन रेट 6.80 था.
- भारत में सबसे ज्यादा रन-रेट वाले टेस्ट मैच की लिस्ट में सबसे ऊपर कानपुर टेस्ट है. इस मैच की रन रेट 4.39 की रही.
- कानपुर टेस्ट में एक और ऐसा कमाल हुआ, जो टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय बाद देखने को मिला. यशस्वी जायसवाल ने इस टेस्ट की दोनों पारियों में 100 की स्ट्राइक रेट फिफ्टी लगाई. पहली पारी में उन्होंने 51 गेंदों पर 72 रन और दूसरी पारी में 45 गेंद पर 51 रन बनाए. जायसवाल से पहले साल 2011 में दिल्ली में वीरेंद्र सहवाग ने ऐसा कमाल किया था. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में 46 गेंदों पर 55 रन और दूसरी पारी में 55 गेंदों पर 55 रन बनाए थे.