भारत और बांग्लादेश के बीच रविवार से तीन टी20 मैचों की सीरीज शुरू होगी. सीरीज का पहला मुकाबला ग्वालियर में खेला जाएगा. इस मैच से पहले नजमुल हुसैन शांतो की टीम शुक्रवार की नमाज के लिए ग्वालियर के मस्जिद नहीं गई, जबकि ग्वालियर की पुलिस ने उनके लिए मस्जिद के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. बांग्लादेश की टीम ने मस्जिद की बजाय होटल में ही नमाज पढ़ी. शनिवार को ग्वालियर जोन के इंस्पेक्टर जनरल अरविंद सक्सेना ने पीटीआई को इसकी जानकारी दी.
उन्होंने कहा-
हमने मोती मस्जिद के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, मगर बांग्लादेश की टीम नहीं आई. किसी भी संगठन ने उनके दौरे को बाधित करने के लिए कोई ऐलान नहीं किया था. शहर के फूलबाग इलाके में स्थित मस्जिद बांग्लादेश की टीम के होटल से करीब 3 किलोमीटर दूर है.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित अत्याचारों के विरोध में राइट विंग ने मैच के दिन ‘ग्वालियर बंद’ का ऐलान किया था, जिसके बाद शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा-
मस्जिद ना जाने फैसला शायद टीम के मैनेजमेंट लेवल पर लिया गया होगा.अधिकारी ने पुष्टि की है कि ‘शहर काजी’ होटल पहुंचे और दोपहर एक से ढाई बजे के बीच बांग्लादेशी क्रिकेटरों को ‘नमाज-ए-जुमा’ (शुक्रवार की नमाज) अदा कराने में उनका नेतृत्व किया. अधिकारी ने बताया कि मस्जिद के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.
होटल और माधवराव सिंधिया क्रिकेट स्टेडियम के बीच की दूरी लगभग 23 किलोमीटर है, जहां बांग्लादेश की टीम 3 अक्टूबर से अभ्यास कर रही है और खिलाड़ी सुरक्षा के बीच अपने शेड्यूल के अनुसार बेखौफ ट्रेवल कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा-
मेहमान टीम को महज 3 किमी की दूरी पर सिक्योरिटी मुहैया करना हमारी तरफ से कभी कोई मुद्दा नहीं रहा. भारत-बांग्लादेश के बीच मैच के लिए पहले से ही 250 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.