भारतीय ए महिला टीम ने हार का सिलसिला खत्म करते हुए ऑस्ट्रेलिया ए को पहले वनडे मुकाबले में तीन विकेट से हरा दिया. ब्रिस्बने में खेले गए मैच में मेजबानी टीम 214 रन पर सिमट गई और पूरे ओवर भी नहीं खेल पाई. उसकी तरफ से एनिक लियारॉयड ने सर्वाधिक 92 रन बनाए तो रेचल ट्रेनामैन ने 51 रन का योगदान दिया. टीम इंडिया की ओर से राधा यादव सबसे सफल रही जिन्होंने तीन विकेट लिए. टिटास साधु और मिन्नू मणि को दो-दो कामयाबी मिली. यस्तिका भाटिया (59) और शेफाली वर्मा-धारा गुज्जर की अहम पारियों से भारत ने लक्ष्य हासिल कर लिया.
इंडिया ए महिला टीम की जीत इस लिहाज से अहम रही कि उसने जिस ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराया है उसे एलिसा हीली और ताहलिया मैक्ग्रा शामिल थी. ये दोनों ऑस्ट्रेलिया की प्रमुख खिलाड़ी हैं. हीली सीनियर टीम की कप्तान और मैक्ग्रा उपकप्तान है. इनके अलावा ऑस्ट्रेलिया की सीनियर पेसर किम गार्थ भी टीम का हिस्सा हैं. वहीं इंडिया ए में भारत की कोई सीनियर खिलाड़ी नहीं हैं. राधा यादव के अलावा ज्यादातर खिलाड़ी अभी इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम जमा रही है या वहां जगह बनाने के लिए कोशिश कर रही हैं.
एनिका की अकेली लड़ाई
ब्रिस्बेन में खेले गए मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से एनिका और रेचल ही उल्लेखनीय प्रदर्शन कर सकी. इन दोनों के अलावा हीली (14) और निकोल फल्टुम (18) ही दहाई का आंकड़ा पार कर सकी. एनिका ने 90 गेंद का सामना किया और आठ चौकों व एक छक्के से सजी पारी खेली. लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहने से वह 92 पर ही अटक गई और शतक पूरा नहीं कर सकी.
भारत के टॉप ऑर्डर का कमाल का खेल
जवाब में भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर ने अच्छा खेल दिखाया. यस्तिका और शेफाली ने पहले विकेट के लिए 10.4 ओवर में 77 रन जोड़ दिए. दोनों ने तेजी से रन जुटाए. शेफाली 31 गेंद में पांच चौकों से 36 रन बनाकर आउट हुई. इसके बाद धारा ने यस्तिका के साथ दूसरे विकेट के लिए 63 रन जोड़े. लेकिन दोनों 17 रन में आउट हो गए. धारा ने 53 गेंद खेली और दो चौकों से 31 रन बनाए. यस्तिका ने सात चौकों से 59 रन की पारी खेली. इसके बाद राघवी बिष्ट (25) ने नाबाद रहते हुए भारत की नैया पार लगा दी. उन्हें राधा (19) से भी अच्छा साथ मिला. ऑस्ट्रेलिया की ओर से लुसी हैमिल्टन और एला हेवार्ड ने दो-दो विकेट लिए.