भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रहे ऋद्धिमान साहा के क्रिकेट करियर पर विराम लग गया. रणजी ट्रॉफी 2024-25 के छठे राउंड के मुकाबले में बंगाल की पंजाब पर जीत के साथ उन्होंने विदा ली. अपनी आखिरी रणजी पारी में यह खिलाड़ी जीरो पर आउट हुआ. लेकिन उनकी टीम ने पारी और 13 रन से जीत दर्ज की. ऋद्धिमान साहा ने पहले ही संन्यास का ऐलान कर दिया था. 40 साल के साहा ने फरवरी 2010 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था. इसके बाद उन्होंने भारत के लिए 40 साल टेस्ट और नौ वनडे मुकाबले खेले. टेस्ट में उन्होंने तीन शतक लगाए. वे दिसंबर 2021 के बाद से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. घरेलू क्रिकेट में वह बंगाल और त्रिपुरा की तरफ से खेले और 142 फर्स्ट क्लास व 116 लिस्ट ए मैच उनके नाम रहे. करियर में कुल 16 हजार से ज्यादा रन उन्होंने बनाए.
साहा को धोनी-पंत के चलते रहना पड़ा बाहर
साहा ने भले ही 2010 में टीम इंडिया में कदम रखा हो लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के होने की वजह से उन्हें खेलने के ज्यादा नहीं मिले. 2014 में जब धोनी ने संन्यास की घोषणा की तब साहा भारतीय टेस्ट टीम के सदस्य बन गए. हालांकि बाद में ऋषभ पंत के उभार के साथ साहा फिर से पीछे हो गए. साहा ने कहा, ‘उतार-चढ़ाव, जीत और हार ने इस यात्रा ने मुझे वह बना दिया है जो मैं हूं. सभी चीजों का अंत होना ही है, इसलिए मैंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. अब एक नया अध्याय शुरू करने का समय आ गया है. अब अपने आप को अपने परिवार और दोस्तों के प्रति समर्पित करने का का समय है. मैं उन पलों को संजोना चाहता हूं जिसे मैं खेल से जुड़े होने के कारण अनुभव नहीं कर सका था.’
साहा आईपीएल में कई टीमों का हिस्सा रहे हैं. इनमें चेन्नई सुपर किंग्स, किंग्स इलेवन पंजाब, सनराइजर्स हैदराबाद, कोलकाता नाइट राइडर्स और गुजरात टाइटंस शामिल हैं. आईपीएल 2014 फाइनल में उन्होंने पंजाब की तरफ से खेलते हुए कोलकाता के खिलाफ शतक लगाया था.
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