भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को इंग्लैंड दौरे पर पांच में से तीन ही टेस्ट खेलने के बाद आलोचनाएं सुननी पड़ रही है. कई दिग्गजों ने सवाल उठाए कि उन्होंने तीन ही मैच क्यों खेले और किसी एक खिलाड़ी को मर्जी से मैच चुनने की अनुमति कैसे मिल सकती है. लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सेलेक्टर चेतन शर्मा ने जसप्रीत बुमराह का समर्थन किया है. उनका कहना है कि खिलाड़ियों को फिजियो की सलाह को मानना चाहिए क्योंकि वे सबसे बेहतर तरीके से फैसला कर सकते हैं.
बुमराह इंग्लैंड दौरे पर पहले, तीसरे और चौथे टेस्ट में खेले थे. यह पहले ही तय हो चुका है कि वे तीन ही टेस्ट खेलेंगे. तेज गेंदबाज रहे चेतन शर्मा ने कहा कि किसी भी मरीज को डॉक्टर की सलाह माननी होती है. उन्होंने प्रसार भारती के लंदन की क्रिकेट विश्लेषक कंपनी क्रिकविज के साथ दूरदर्शन पर ‘द ग्रेट इंडियन क्रिकेट शो’ के 104 एपिसोड के प्रसारण के लिए किए गए समझौते के इतर कहा, ‘अगर मेडिकल टीम सलाह देती है, अगर डॉक्टर मुझे कहता है कि मुझे एंटीबायोटिक खाने होंगे तो मुझे ऐसा करना होगा. यदि हमारे फिजियो किसी खिलाड़ी को वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए कह रहे हैं तो मुझे लगता है कि हमें उनकी बात सुननी चाहिए क्योंकि वे चीजों को बेहतर समझते हैं.’
बुमराह को पीठ की चोट के चलते लेना पड़ा वर्कलोड मैनेजमेंट का सहारा
मोहम्मद अजहरुद्दीन और दिलीप वेंगसरकर सरीखे पूर्व कप्तानों ने बुमराह को तीन ही टेस्ट खेलने पर कोसा था. उनका कहना था कि ऐसा करने की छूट खिलाड़ी को नहीं मिलनी चाहिए थी. हालांकि यह सामने आया था कि बीसीसीआई मेडिकल टीम की सलाह के बाद ही बुमराह ने इंग्लैंड में तीन टेस्ट खेले थे. उन्हें जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पीठ में फिर से चोट लग गई थी. इसकी वजह से वह चार महीने तक क्रिकेट से दूर रहे थे. इससे पहले 2022 में भी बुमराह को इसी तरह की चोट लगी थी. तब सर्जरी का सहारा लेना पड़ा था और वे कम से कम एक साल तक खेल नहीं सके थे. वर्ल्ड कप 2023 से ठीक पहले उनकी वापसी हुई थी.