जय शाह इंटरनेशनल क्रिकेट कमिटी के नए अध्यक्ष बन गए हैं. उन्होंने सोमवार को अध्यक्ष की कुर्सी संभाली. 35 साल के शाह आईसीसी के सबसे युवा अध्यक्ष बन गए हैं. उन्होंने ग्रेग बार्कले का रिप्लेस किया, जो नवंबर 2020 से इस पद पर थे. शाह जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर के बाद आईसीसी के बॉस बनने वाले 5वें भारतीय बन गए हैं. उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के विवाद के बीच आईसीसी बॉस की कुर्सी संभाली.
आईसीसी अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद जय शाह ने अपने सबसे पहले बयान में उन्होंने अपने विजन के बारे में बताया. उन्होंने विमंस क्रिकेट के डवलपमेंट विकास को प्राथमिकता देने पर फोकस करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा-
मैं आईसीसी अध्यक्ष की भूमिका में आकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं और आईसीसी डायरेक्ट और मेंबर बोर्ड्स के सपोर्ट और विश्वास के लिए आभारी हूं. ये खेल के लिए एक रोमांचक समय है, क्योंकि हम लॉस एंजिलिस 28 ओलिंपिक खेलों की तैयारी कर रहे हैं और दुनिया भर के फैंस के लिए क्रिकेट को ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
हम कई फॉर्मेट के सह-अस्तित्व और महिलाओं के खेल के विकास में तेजी लाने की जरूरत के साथ एक अहम मोड़ पर हैं. क्रिकेट में दुनियाभर में काफी संभावनाएं हैं, और मैं इन अवसरों को भुनाने और खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए आईसीसी टीम और सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं.
मैं पिछले चार साल में इस भूमिका में उनके नेतृत्व और उस दौरान हासिल की गई उपलब्धियों के लिए ग्रेग बार्कले को भी धन्यवाद देना चाहता हूं.
चैंपियंस ट्रॉफी पर नजर
जय शाह ने चैंपियंस ट्रॉफी पर फैसला आने से पहले अध्यक्ष की कुर्सी संभाली. दरअसल चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर भारत और पाकिस्तान में विवाद जारी है. भारत ने इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान जाने से साफ मना कर दिया है. वो हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट चाहता है. वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड हाइब्रिड मॉडल के खिलाफ थी. बीते दिनों आईसीसी की इस मुद्दे पर करीब 15 मिनट की अहम मीटिंग हुई, जिसमें पाकिस्तान को हाइब्रिड मॉडल का विकल्प दिया गया है, वरना उसके हाथों से मेजबानी भी छिन सकती है. इस मीटिंग के बाद ऐसी खबर है कि पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार का कर लिया है और वो इस फैसले के साथ आईसीसी के पास जाएगी.
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