भारतीय टेस्ट स्क्वॉड से बाहर करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी से पहले इस टीम में की वापसी, छोड़ा चैंपियंस का साथ

भारतीय टेस्ट स्क्वॉड से बाहर करुण नायर ने रणजी ट्रॉफी से पहले इस टीम में की वापसी, छोड़ा चैंपियंस का साथ
India's Karun Nair in this frame

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करुण नायर पिछले रणजी सीजन में विदर्भ के लिए खेले थे.

करुण नायर को हाल ही में भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया.

करुण नायर घरेलू क्रिकेट में फिर से कर्नाटक के लिए खेलते हुए दिखेंगे. उन्हें 6 अक्टूबर को घोषित कर्नाटक रणजी स्क्वॉड में जगह दी गई. मयंक अग्रवाल की कप्तानी में स्क्वॉड का ऐलान हुआ. करुण नायर पिछले रणजी ट्रॉफी सीजन में विदर्भ के लिए खेले थे. उन्होंने इस टीम को विजेता बनाने में अहम रोल निभाया था. लेकिन अब वह इस टीम से हट गए. विदर्भ के लिए खेलते हुए करुण नायर ने जो प्रदर्शन किया था उसी के दम पर उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में चुना गया था.

कर्नाटक टीम रणजी ट्रॉफी 2025-26 में अपना अभियान सौराष्ट्र के खिलाफ मुकाबले से शुरू करेगी. यह मैच 15 अक्टूबर से राजकोट में खेला जाएगा. कर्नाटक ने देवदत्त पडिक्कल, केएल राहुल जैसे सितारों को रणजी अभियान के पहले मैच के लिए नहीं चुना. दोनों भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा हैं और वेस्ट इंडीज सीरीज में खेल रहे हैं.

करुण नायर इंग्लैंड दौरे पर रहे थे नाकाम

 

करुण को कर्नाटक टीम में मौके नहीं मिलने के चलते पिछले रणजी सीजन से पहले टीम बदलनी पड़ी थी. इसी वजह से वह विदर्भ का हिस्सा बने थे. यहां नौ मैच में उन्होंने 53.93 की औसत से 863 रन बनाए. इस दौरान चार शतक और व दो अर्धशतक उनके बल्ले से आए. वे विदर्भ की ओर से दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. इस प्रदर्शन ने उनके लिए भारतीय टी में वापसी के दरवाजे खोले थे. लेकिन इंग्लैंड दौरे पर करुण नायर उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. पांच में से चार टेस्ट उन्होंने खेले और वह 57, 17, 40, 14, 31, 26, 0 और 20 रन ही बना सके. इस दौरान उन्होंने नंबर तीन के साथ ही मिडिल ऑर्डर में भी बैटिंग की.

करुण नायर का फर्स्ट क्लास बैटिंग रिकॉर्ड कैसा है

 

करुण ने अभी तक 120 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिनमें 48.73 की औसत से 8675 रन बनाए. 24 शतक व 37 अर्धशतक उनके नाम है और 328 उनका सर्वोच्च स्कोर है. वह सबसे पहले 2016 में भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बने थे. तब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में तिहरा शतक लगाया था. हालांकि इसके बाद उनका प्रदर्शन गिर गया और वे भारतीय टीम से बाहर हो गए.