भारत और दिल्ली कैपिटल्स के बैटर केएल राहुल ने आईपीएल में खेलने के चैलेंज को लेकर अहम खुलासा किया है. राहुल ने कहा कि आईपीएल खत्म होने के बाद वो इतना ज्यादा थक जाते हैं जितना इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने पर नहीं थकते. राहुल ने कहा कि आईपीएल में सबसे ज्यादा दबाव कप्तानों पर होता है. क्योंकि दिन के अंत में उन्हें ही सभी को जवाब देना होता है.
बता दें कि साल 2024 में केएल राहुल लखनऊ सुपर जायंट्स से अलग हो गए थे. इसके बाद उन्हें दिल्ली कैपिटल्स का साथ मिला और दिल्ली ने उन्हें 14 करोड़ में लिया. राहुल ने हालांकि दिल्ली की कप्तानी नहीं ली और अक्षर पटेल को उनकी जगह कप्तान बनाया गया.
आईपीएल में काफी मीटिंग करनी पड़ती है: केएल राहुल
केएल राहुल ने कहा कि, मैंने ये पाया है कि आईपीएल में आपको काफी मीटिंग करनी पड़ती है. आपको रिव्यू करना पड़ता है और मालिक को सबकुछ बताना होता है. मुझे ये आईपीएल के अंत में पता चला. ऐसे में आईपीएल खेलकर आप इतना ज्यादा थक जाते हैं जितना आप 10 इंटरनेशनल मैच खेलकर नहीं थकते.
राहुल ने बताया कि, कोच और कप्तान आपसे लगातार सवाल करते हैं. जिसमें ये पूछा जाता है कि आपने ये बदलाव क्यों किया? इसको प्लेइंग 11 में क्यों रखा? विरोधी टीम ने 200 रन बनाए, हमने 120 क्यों? इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा नहीं होता है क्योंकि कोच और सेलेक्टर आपको पूरे साल देखते हैं. क्रिकेट में चाहे आप कुछ भी कर लें लेकिन ये आपको जीत की गारंटी नहीं देता है. ऐसे में जो इस खेल को नहीं खेलते उन्हें ये सब समझाना मुश्किल है.

