बड़ौदा ने विजय हजारे ट्रॉफी के मुकाबले में 400 से ज्यादा का स्कोर खड़ा कर दिया. 50 ओवर के मुकाबले में बड़ौदा ने केरल के सामने 404 रन का पहाड़ जैसा लक्ष्य सामने रखा. बड़ौदा की टीम मुकाबले में जब पहले बैटिंग करने उतरी तो उस वक्त स्टेडियम में सिर्फ कोहली और पंड्या का ही नाम गूंज रहा था. कोहली और पंड्या पूरे स्टेडियम में छाए रहे.
दरअसल बड़ौदा के पीएस कोहली और कप्तान क्रुणाल पंड्या ने केरल के खिलाफ बल्ले से तबाही मचाई. कोहली ने 87 गेंदों में 72 रन और पंड्या ने 54 गेंदों में नॉटआउट 80 रन बनाए. बड़ौदा की शुरुआत काफी खराब हुई थी. 34 रन के स्कोर पर ही शाश्वत के रूप में टीम को पहला झटका लग गया. इसके बाद निनांद राथवा ने कोहली के साथ बड़ी पार्टनरशिप करके स्कोर को 200 पार पहुंचाया. राथवा 99 गेंदों पर 136 रन बनाकर बासिल थम्पी की गेंद का शिकार बने. उन्होंने अपनी पारी में 19 चौके और तीन छक्के लगाए. उनके पवेलियन लौटने के बाद कोहली को कप्तान पंड्या का साथ मिला. हालांकि कोहली पंड्या के साथ बड़ी पार्टनरशिप नहीं कर पाए और एप्पल टॉम ने उन्हें आउट कर दिया. कोहली ने अपनी पारी में तीन चौके और तीन छक्के लगाए.
पंड्या और सोलंकी के बीच पार्टनरशिप
241 रन के स्कोर पर तीन विकेट गिरने के बाद पंड्या ने एक छोर को संभाले रखा और विष्णु सोलंकी के साथ बड़ी पार्टनरशिप करके बड़ौदा के स्कोर को 332 रन तक पहुंचा दिया. सोलंकी 25 गेंदों पर 46 रन बनाए. इसके बाद पंड्या और भानु आखिरी गेंद पर क्रीज पर टिके रहे और टीम के स्कोर को 332 से 403 रन तक पहुंचा दिया. पंड्या 54 गेंदों में 80 रन बनाकर नॉटआउट रहे. उन्होंने इस दौरान सात चौके और तीन छक्के लगाए. वहीं भानु ने 15 गेंदों में नॉटआउट 37 रन ठोके. इस दौरान उन्होंने चार चौके और दो छक्के लगाए.
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