कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के दो सीनियर अधिकारियों ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के बाद जश्न के दौरान भगदड़ के बाद इस्तीफे दिए. KSCA के सचिन ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ने का फैसला किया. दोनों ने अपने इस्तीफे KSCA के प्रेसीडेंट रघुराम भट को सौंप दिए. आरसीबी ने आईपीएल के 18 सीजन में पहली बार खिताब जीता. उसने पंजाब किंग्स को हराकर आईपीएल 2025 अपने नाम किया. इस सफलता का जश्न मनाने के लिए बेंगलुरु में विक्ट्री सेलिब्रेशन का ऐलान हुआ. एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ हो गई जिसमें 1 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए.
शंकर और जयराम ने 5 जून की रात में इस्तीफे भेजे. उन्होंने लिखा, 'पिछले दो दिनों में दुर्भाग्यपूर्ण और आकस्मिक घटनाएं हुई हैं और हालांकि हमारी भूमिका सीमित थी लेकिन नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए हम बताना चाहते हैं कि अपने पदों से इस्तीफे दे दिए हैं.'
बेंगलुरु पुलिस ने दर्ज किया केस
बेंगलुरु पुलिस ने भगदड़ के मामले में आरसीबी फ्रेंचाइज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इसमें पुलिस ने लिखा कि उनकी तरफ से आरसीबी को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में कार्यक्रम करने की मंजूरी नहीं दी गई थी. आरसीबी के अलावा फ्रेंचाइज के इवेंट पार्टनर डीएनए एंटरटेनमेंट और KSCA के नाम भी एफआईआर में हैं.
KSCA ने एफआईआर को बताया गलत
वहीं KSCA की ओर से 6 जून को दिन में कहा गया कि उनके खिलाफ सरकार के दबाव में एफआईआर दर्ज की गई. कर्नाटक क्रिकेट की तरफ से कहा गया कि जो हादसा हुआ वह उम्मीद से ज्यादा भीड़ उमड़ने की वजह से हुआ. इसमें उनका कोई लेना-देना नहीं है. गेट और भीड़ का मैनेजमेंट उनकी जिम्मेदारी नहीं थी बल्कि यह काम आरसीबी, इवेंट के आयोजकों और पुलिस को देखना था.