Mithali Raj Retirement : मिताली राज ने संन्‍यास का ऐलान करते हुए कही ये पांच बड़ी बातें

Mithali Raj Retirement : मिताली राज ने संन्‍यास का ऐलान करते हुए कही ये पांच बड़ी बातें

मिताली राज (Mithali Raj) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास (Retirement) लेने की घोषणा कर दी है. 39 वर्षीय मिताली महिला एकदिवसीय मैचों में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं जहां उन्होंने अंत तक अपने नाम 7805 रन किए हैं. 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में, मिताली राज ने 2364 रन बनाए हैं, जबकि12 टेस्ट मैचों में उनके नाम 699 रन हैं. मिताली राज के नेतृत्व में, भारतीय टीम 2017 में महिला एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी.

मिताली राज ने जून 1999 में डेब्यू किया था और भारत के लिए सबसे कुशल क्रिकेटरों में से एक के रूप में रिटायरमेंट का ऐलान किया है. उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी मैच वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. भारत विश्व कप में ग्रुप चरणों से आगे निकलने में विफल रहा, लेकिन मिताली ने 84 में से 68 रन बनाए, जो देश के लिए उनका आखिरी मैच था. ऐसे में मिताली ने ट्विटर पर रिटायरमेंट का ऐलान करने के बाद स्पेशल मैसेज शेयर किया. तो चलिए जानते हैं उनकी रिटायरमेंट की 5 बड़ी बातें.

5 बड़ी बातें: 

 

1. मैं एक छोटी बच्ची थी जब मैंने इस सफर की शुरुआत की थी. भारतीय जर्सी को पहनना और देश का प्रतिनिधित्व करना सर्वोच्च सम्मान है. सफर में काफी उतार चढ़ाव थे.

2. हर इवेंट ने मुझे कुछ अलग सिखाया और पिछले 23 साल मेरे लिए बेहद शानदार और चैलेंजिंग रहे. मैंने अपने सफर का लुत्फ उठाया. हर सफर की तरह इसका भी अंत होना था. और आज ये दिन है जब मैं इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह रही हूं. 

 

3.जब भी मैंने मैदान पर एंट्री की मैंने अपना बेस्ट दिया और भारत की जीत में अपना योगदान दिया. तिरंगे का प्रतिनिधित्व और इस मौके को पाना मैं कभी नहीं भुला पाऊंगी. मुझे लगा कि यही सही समय है जब मैं अपने करियर पर पर्दा डाल सकती हूं. टीम सही लोगों के हाथों में हैं जहां कई युवा टैलेंटेड खिलाड़ी टीम में शामिल हैं. ऐसे में भारतीय क्रिकेट का भविष्य काफी उज्जवल नजर आ रहा है.

 

4. मैं यहां बीसीसीआई और जय शाह का समर्थन देने के लिए शुक्रियाअदा करना चाहती हूं. मुझे पहले एक खिलाड़ी और फिर बाद में महिला क्रिकेट टीम की कप्तान के रूप में सपोर्ट किया गया. मेरे लिए ये सम्मान की बात है कि मैंने इतने सालों तक टीम का प्रतिनिधित्व किया. मुझे इस सफर ने एक मनुष्य के रूप में काफी कुछ सीखने को मिला. वहीं भारतीय महिला क्रिकेट को भी मदद मिली है. 

 

5.ये सफर भले ही खत्म हो चुका है लेकिन एक और शुरू हो सकता है क्योंकि मैं इस गेम से जुड़े रहना चाहती हूं और भारतीय महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देना चाहती हूं. मैं यहां अपने फैंस का ढेर सारा शुक्रियाअदा करना चाहती हूं जिन्होंने मुझे प्यार और समर्थन दिया.