मुंबई ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 का खिताब जीत लिया. उसने फाइनल में मध्य प्रदेश को पांच विकेट से मात दी. मुंबई को जीत के लिए 175 रन का लक्ष्य मिला था. सूर्यकुमार यादव (48) की शानदार पारी के बाद सूर्यांश शेडगे (15 गेंद में 36 रन) की धमाकेदार बैटिंग के बूते मुंबई ने 13 गेंद बाकी रहते मैच अपने नाम कर लिया. 21 साल के शेडगे ने मुश्किल हालात में तीन छक्के व तीन चौके लगाते हुए 240 की स्ट्राइक रेट से रन बनाकर मुंबई को विजेता बनाया.मध्य प्रदेश ने पहले खेलते हुए रजत पाटीदार की कप्तानी पारी के दम पर आठ विकेट पर 174 का स्कोर खड़ा किया. पाटीदार ने छह छक्के व छह चौके लगाते हए 40 गेंद में 81 रन की नाबाद पारी खेली.
मुंबई ने दूसरी बार यह ट्रॉफी जीती है. इससे पहले 2022-23 में वह पहली बार विजेता बना था. मध्य प्रदेश दूसरी बार फाइनल में गया था लेकिन फिर से खाली हाथ रहा. इससे पहले उसे 2010-11 वह खिताबी मुकाबले में गई थी और उसे बंगाल से शिकस्त मिली थी.
मध्य प्रदेश का टॉप ऑर्डर नाकाम
मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर बॉलिंग चुनी. शार्दुल ठाकुर ने अपने पहले ही ओवर में अर्पित गोड (3) और हर्ष गवली (2) को आउट कर एमपी को जोरदार नुकसान पहुंचाया. सुभ्रांशु सेनापति (23) और हरप्रीत सिंह (15) ने मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की. लेकिन ये दोनों छह रन के अंतराल में आउट हो गए. वेंकटेश अय्यर ने नौ गेंद में एक छक्के-चौके से 17 रन बनाकर तेजी से रन जुटाए. लेकिन वे भी 86 के कुल स्कोर पर आउट हो गए.
रजट पाटीदार की कप्तानी पारी
ऐसे में पाटीदार ने मोर्चा संभाला. उन्होंने एक छोर से तूफानी हमले करते हुए एमपी को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया. उन्होंने छठे विकेट के लिए राहुल बाथम (19) के साथ 56 रन जोड़े. आखिरी ओवर्स में बड़े शॉट्स के दम पर एमपी ने 174 का स्कोर बनाया. मुंबई की ओर से शार्दुल ठाकुर और रॉयस्टन डियाज ने दो-दो विकेट लिए.
मुंबई की जबरदस्त बैटिंग
इसके जवाब में मुंबई ने पृथ्वी शॉ (10) को दूसरे ही ओवर में गंवा दिया. कप्तान श्रेयस ने भी तेजी से रन जुटाने की कोशिश की लेकिन नौ गेंद में 16 रन बनाने के बाद वह आउट हो गए. इस टूर्नामेंट में जबरदस्त बैटिंग कर रहे अजिंक्य रहाणे (37) ने जोरदार खेल दिखाते हुए सूर्यकुमार के साथ 52 रन जोड़े और टीम को पटरी पर ला दिया. वेंकटेश अय्यर ने रहाणे का विकेट लिया. शिवम दुबे (9) को कुमार कार्तिकेय ने रवाना किया.
शेडगे ने फिर फिनिशर बनकर किया कमाल
सूर्या इस बीच चौके-छक्कों से रन बटोरते रहे. वे चार चौकों व तीन छक्कों से 48 रन बनाने के बाद शिवम शुक्ला की फिरकी में फंसे. यह विकेट 129 के स्कोर पर गिरा. तब लगा कि एमपी उलटफेर कर सकता है. लेकिन 21 साल के सूर्यांश ने फिनिशर के रूप में धमाल जारी रखा. उन्होंने अथर्व अंकोलेकर (16) के साथ 51 रन की आतिशी साझेदारी करते हुए टीम को आसान जीत दिला दी. अथर्व ने सिक्स लगाकर मैच खत्म किया.
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