बीसीसीआई ने पिछले दो सालों में डोमेस्टिक में कमाल दिखाने वाले खिलाड़ियों को अहमियत देनी शुरू कर दी है. चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर भी ये साफ कर चुके हैं कि अगर किसी खिलाड़ी को टीम इंडिया में खेलना है तो उसे पहले डोमेस्टिक खेलना होगा. बॉर्डर- गावस्कर सीरीज में विराट कोहली और रोहित शर्मा के खराब प्रदर्शन के बाद इसपर जोर दिया गया था कि दोनों को यहां रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लेना चाहिए.
आईपीएल में अच्छा करो, टीम इंडिया में जाओ
सैनी ने पीटीआई से कहा कि, चाहे आपको ये बात पसंद आए या नहीं लेकिन अगर आपको भारतीय टीम के लिए खेलना है तो आपको आईपीएल में अच्छा करना होगा. एक साल पहले मुझे कंधे की चोट लगी थी और मेरी रफ्तार गिर गई. इसका नतीजा ये हुआ कि मुझे आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला.
बीजीटी में सैनी ने किया था कमाल
बता दें कि साल 2020-21 बॉर्डर- गावस्कर सीरीज के दौरान दिल्ली के इस गेंदबाज को टीम इंडिया के लिए तेज गेंदबाजी का भविष्य बताया जा रहा था. सैनी ने उस दौरान कमाल का प्रदर्शन किया था. लेकिन गाबा टेस्ट के दौरान उन्हें ग्रोइन इंजरी हो गई. दो मैचों में सैनी ने हिस्सा लिया और 4 विकेट लिए. वहीं अब तक टीम इंडिया के लिए 8 वनडे और 11 टी20 खेलने वाला ये गेंदबाज 19 विकेट ले चुके हैं. जुलाई 2021 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ आखिरी टी20 खेला था.
कमबैक करना चाहता हूं: सैनी
नवदीप सैनी ने कहा कि मैं अभी भी टीम इंडिया के भीतर वापसी करना चाहता हूं. डोमेस्टिक में कमाल दिखा वापस आना चाहता हूं. अगर मैंने 5 विकेट हॉल लिया तो इससे ये मुमकिन हो सकता है. मेरे पास वैसे खोने को कुछ नहीं है. लेकिन अगर मैं टीम इंडिया में वापसी का सपना नहीं देखता हूं तो फिर दिल्ली टीम में रहने का कोई फायदा नहीं.

