पूर्व भारतीय स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन की अगुआई वाली डिंडीगुल ड्रैगन्स बॉल टेंपरिंग के आरोपों से मुक्त हो गई है. उन्हें इस मामले में क्लीन चिट मिल गई है. तमिलनाडु प्रीमियर लीग ( TNPL) के दौरान ड्रैगंस पर सीकेम मदुरै पैंथर्स के खिलाफ मैच में गेंद से छेड़छाड़ के आरोप लगे थे, जिसे लीग के सीईओ प्रसन्ना कन्नन ने खारिज कर दिया है.
जिन तौलियों पर सवाल उठाए गए हैं, वे टीएनसीए ने जारी किए थे और दोनों टीमों के लिए समान रूप से उपलब्ध थे.अंपायरों और मैच रेफरी समेत खेल नियंत्रण टीम ने पूरे मैच के दौरान गेंद पर पूरी निगरानी रखी.खेल के दौरान कोई चिंता नहीं जताई गई और कोई वैरिफाई सबूत भी नहीं दिया गया.ये दावे काल्पनिक और बाद में किए गए प्रतीत होते हैं.
हालांकि मदुरै फ्रेंचाइज अगर चाहें तो मामले को आगे बढ़ा सकते हैं.उन्हें 17 जून को दोपहर 3 बजे तक स्वतंत्र जांच के लिए औपचारिक अनुरोध करना होगा.उन्हें अपने आरोपों का समर्थन करने के लिए कोई भी वैरिफाई सबूत प्रस्तुत करना होगा.
मदुरै फ्रेंचाइज का आरोप
इससे पहले मदुरै फ्रेंचाइज के सीईओ डी पूजा ने टीएनपीएल अधिकारियों को लिखे पत्र में दावा किया था कि डिंडीगुल ड्रैगन्स ने गेंद पर कैमिकल लगे तौलिए का इस्तेमाल किया था. जिस वजह से गेंद भारी हो गई. लेटर में आगे लिखा गया कि गेंद जब बल्ले से कनेक्ट होती तो किसी धातु से टकराने की आवाज आ रही थी.
ड्रैगन्स और मदुरै के बीच 14 जून का यह मुकाबला खेला गया था, जिसमें अश्विन की टीम ने 9 विकेट से जीत हासिल की थी. मैच से पहले काफी बारिश हुई थी. मुदरै ने पहले बैटिंग करते हुए 8 विकेट पर 150 रन बनाए थे. इस टार्गेट को अश्विन की टीम ने 12.3 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. अश्विन ने इस मैच में पारी ओपन की थी और 49 रन बनाए थे.