आईपीएल के पहले सीजन के दौरान हरभजन सिंह के एस श्रीसंत को थप्पड़ मारने का वीडियो सालों बाद शेयर करने पर इस लीग के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी की हर तरफ काफी आलोचना हो ही है. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के पॉडकास्ट 'बियॉन्ड 23 क्रिकेट' पर शेयर किए जाने के बाद 2008 की यह घटना एक बार फिर सुर्खियों में है. जहां हरभजन सिंह ने फुटेज के दोबारा इस्तेमाल को स्वार्थी बताया, वहीं पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इस घटना को 'लगातार बढ़ते एनाकोंडा का सिर' करार दिया है और इस मुद्दे को कम से कम उठाने की अपील की है.
यह एनाकोंडा का सिर है, जो बार-बार ऊपर उठता रहता है. आधुनिक युग में आपके पास हर जगह और हर चीज के वीडियो फुटेज मौजूद है. इसलिए इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आती रहेंगी, लेकिन मुझे लगता है कि देखिए, यह पल दोनों खिलाड़ियों की जिंदगी का गौरवपूर्ण पल नहीं है. इसे फिर से क्यों उठाया जाए? इसे बेवजह क्यों बढ़ाया जाए? श्रीसंत की पत्नी ने भी एक पोस्ट किया था. मुझे लगता है कि हमें इस पर कम से कम ध्यान देना चाहिए.
2008 में आईपीएल के पहले सीजन में तत्कालीन मुंबई इंडियंस के अंतरिम कप्तान हरभजन सिंह ने मोहाली के आईएस बिंद्रा पीसीए इंटरनेशनल स्टेडियम में घरेलू टीम के खिलाफ मुंबई इंडियंस की 66 रनों की हार के बाद तत्कालीन किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेल रहे श्रीसंत को थप्पड़ मार दिया था. घटना के 18 साल बाद ललित मोदी ने सिंह ने श्रीसंत को थप्पड़ मारने की अनदेखी फुटेज शेयर की. अश्विन का कहना है कि यह घटना अब अतीत की बात हो गई है और दुनिया को इससे आगे बढ़ जाना चाहिए.
देखिए, हो गया. हरभजन ने पहले हमारे पॉडकास्ट में इसी बारे में बात की थी और बताया था कि उन्हें कैसा महसूस हो रहा है. आपने कुछ गलत किया है और आपको उसके साथ जीना होगा. इसमें कोई दो राय नहीं है, लेकिन हम इसे भूल जाते हैं, है ना? हो सकता है कि कुछ लोगों ने अपने घरों में ऐसा ही कुछ किया हो और इसलिए हमें इसकी जानकारी नहीं है. किसी ऐसे मामले पर नैतिक पुलिसिंग का कोई मतलब नहीं है, जो हो चुका है और पुराना हो चुका है. उन्होंने माफी मांगी है, इसे भूल गए हैं और मुझे लगता है कि बाकी दुनिया को भी ऐसा ही करना चाहिए.
इस सप्ताह के शुरुआत में श्रीसंत की पत्नी भुवनेश्वरी ने भी ललित मोदी और क्लार्क को फटकार लगाई थी. उन्होंने कहा था कि दोनों को शर्म आनी चाहिए.