विदर्भ और केरल की टीम के बीच नागपुर के मैदान पर रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है. इस बीच विदर्भ के 379 रनों के जवाब में केरल की टीम 342 रन पर ढेर हो गई. केरल की तरफ से सिर्फ दो बल्लेबाजों का जलवा देखने को मिला. इसमें आदित्य सरवटे ने 185 गेंदों पर 79 रन की पारी खेली. वहीं कप्तान सचिन बेबी ने 98 रन ठोके. हालांकि वो 2 रन से अपने शतक से चूक गए. दिन खत्म होने तक पूरी टीम भी ढेर हो गई. इस तरह विदर्भ के पास अब 37 रन की लीड है. केरल के पास लीड लेने का अच्छा मौका था लेकिन टीम ऐसा करने से चूक गई.
2 रन से शतक से चूके सचिन बेबी
दूसरा दिन खत्म होने तक केरल की टीम ने 3 विकेट गंवा 131 रन बना लिए थे. तीसरे दिन की जब शुरुआत हुई तब केरल की टीम ने आसानी से 150 रन बनाए और फिर 170 रन ठोके. लेकिन तभी सेट बल्ले आदित्य सरवटे हर्ष दुबे ने आउट कर टीम को दिन की पहली सफलता दिलाई. उन्होंने 185 गेंदों का सामना किया जिसमें 10 चौके शामिल थे. अब क्रीज पर सचिन बेबी का साथ देने सलमान निजार आए. दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 219 रन तक पहुंचा दिया. दोनों के बीच 5वें विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी हुई. लेकिन तभी सलमान निजार 21 रन बनाकर आउट हो गए.
विकेटकीपर बैटर मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 34 रन और जलज सक्सेना ने 28 रन ठोके. अंत में एडन टॉम एपल ने 10 रन बना टीम के स्कोर को 342 रन तक पहुंचा दिया.
हर्ष दुबे ने रचा इतिहास
गेंदबाजों की बात करें तो विदर्भ की तरफ से दर्षन नालकंडे ने 3 विकेट, यश ठाकुर ने 1 विकेट, हर्षि दुबे ने 3 विकेट और पार्थ रेखड़े ने 3 विकेट लिए. बता दें कि 3 विकेटों के साथ हर्ष दुबे ने इतिहास बना दिया. ये गेंदबाज अब रणजी ट्रॉफी इतिहास में एक सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बन गया है. केरल के खिलाफ नागपुर स्टेडियम में खेले जा रहे फाइनल मुकाबले में उन्होंने ये कमाल किया है. विदर्भ की टीम ने पहली पारी में 379 रन ठोके. ऐसे में गेंदबाजी करने उतरे हर्ष ने जैसे ही तीसरा विकेट लिया और नीधीष को आउट किया, उन्होंने इतिहास बना दिया. तीसरे दिन उन्होंने ये कमाल किया. इससे पहले उन्होंने आदित्य सरवटे को 79 और सलमान निजार को आउट किया.
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