रतन टाटा के कारण कैसे शिखर पर पहुंचा वीवीएस लक्ष्‍मण, सौरव गांगुली, युवराज सिंह और BCCI चीफ सेलेक्‍टर अगरकर का करियर?

रतन टाटा के कारण कैसे शिखर पर पहुंचा वीवीएस लक्ष्‍मण, सौरव गांगुली, युवराज सिंह और BCCI चीफ सेलेक्‍टर अगरकर का करियर?
एमएस धोनी के साथ रतन टाटा

Highlights:

रतन टाटा ने कई भारतीय एथलीट्स की मदद की थी

टाटा समूह ने प्‍लेयर्स को जॉब के मौके दिए थे

भारत ने जाने-माने बिजनेसमैन रतन टाटा ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. उन्‍होंने 86 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन ने देश के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया. उन्‍होंने देश के विकास के साथ-साथ भारतीय क्रिकेटर्स और एथलीट के करियर को भी शिखर पर पहुंचाने में मदद की थी. भारत में कई मौजूदा और पूर्व क्रिकेटरों को टाटा समूह से सहायता मिली, जिसमें नौकरियां, आर्थिक मौके और बड़े मौके शामिल थे.  

कई भारतीय क्रिकेटर टाटा फैमिली का हिस्‍सा रह चुके हैं. टाटा ने उन्‍हें नौकरियां ऑफर की. अतीत में फारुख इंजीनियर को टाटा मोटर्स का सपोर्ट मिला. इस बीच 1983 वनडे वर्ल्‍ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्‍सा रहे मोहिंदर अमरनाथ, संजय मांजरेकर, वीवीएस लक्ष्मण और 2007 टी20 वल्‍र्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्‍सा रहे रॉबिन उथप्पा जैसे खिलाड़ियों के करियर में एयर इंडिया अहम भूमिका निभा चुकी है.

हरभजन- युवराज को दिया प्‍लेटफार्म

दूसरी तरफ टाटा समूह से जुड़ी इंडियन एयरलाइंस ने जवागल श्रीनाथ,  2011 वनडे टीम चैंपियन हरभजन सिंह, युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ जैसे खिलाड़ियों को एक प्‍लेटफार्म दिया. शार्दुल ठाकुर (टाटा पावर) और जयंत यादव (एयर इंडिया), बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता और पूर्व खिलाड़ी अजीत अगरकर (टाटा स्टील) को भी टाटा समूह से सपोर्ट मिला.  अमरनाथ, मांजरेकर, लक्ष्‍मण, उथप्‍पा एयर इंडिया की क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्‍व कर चुके हैं. 


रतन टाटा के निधन से भारतीय खेल जगत भी सदमे में हैं. भारतीय कप्‍तान रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल राहुल, हरभजन सिंह, सुरेश रैना समेत कई प्‍लेयर्स ने उन्‍हें श्रद्धांजलि दी. भारतीय खिलाड़ियों का कहना है कि देश ने एक सच्‍चा आइकन खो दिया है. उन्‍होंने अपनी पूरी जिंदगी देश के विकास को समर्पित कर दी. रोहित ने उन्‍हें सोने के दिल वाला शख्‍स बताया. सूर्यकुमार यादव ने कहा कि रतन टाटा ने बहुत से दिला को छुआ है. हरभजन ने उन्‍हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्‍होंने ऐसा मानक स्थापित किया,  जो पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा.